World Hepatitis Day 2025: आज ‘वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे’ मनाया गया. वैज्ञानिक डॉ. बारूक ब्लमबर्ग ने हेपेटाइटिस वायरस की खोज की थी. उनकी जयंती पर ही ये दिवस मनाया जाता है. वे नोबेल पुरस्कार विजेता थे. भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान और डॉ. राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. (प्रो.) अशोक कुमार कहते हैं कि हेपेटाइटिस बी और सी का संक्रमण रक्त और यौन संपर्क के माध्यम से फैलता है, जबकि हेपेटाइटिस ई फेकल ओरल रूट (ओरोफेकल रूट) से फैलता है.
भोजन और पानी दूषित होने से बढ़ता है खतरा
डॉ. (प्रो.) अशोक कुमार कहते हैं कि यदि आप साफ शुद्ध भोजन और पानी का सेवन नहीं करेंगे तो हेपेटाइटिस होने का जोखिम बना रहेगा. ऐसे में खानपान और पानी के स्वच्छ होने पर ध्यान देना होगा. इनके प्रति सावधान रहना बेहद जरूरी है. ऐसे स्रोतों से दूषित भोजन या पानी लेने से बचना चाहिए, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं है.
क्या है हेपेटाइटिस?
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, हेपेटाइटिस एक वायरस है, जिसके 5 स्ट्रेन्स हैं, ए, बी, सी, डी और ई. इनमें से भी विश्व में सबसे ज्यादा संक्रमण बी और सी से होता है. प्रत्येक 30 सेकेंड में हेपेटाइटिस से 1 शख्स दम तोड़ रहा है. 25.4 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी और लगभग 5 करोड़ लोग हेपेटाइटिस सी से ग्रसित हैं. हर साल इन बीमारियों के 20 लाख से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं. हेपेटाइटिस ई हर साल दुनिया में 2 करोड़ लोगों को संक्रमित कर रहा है.
भारत में क्या है आंकड़ा?
डॉ. (प्रो.) अशोक कुमार कहते हैं कि भारत की बात करें तो डब्ल्यूएचओ का एक आंकड़ा बेहद भयावह है. इसके मुताबिक, भारत में लगभग 4 करोड़ लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और लगभग 60 लाख से 1 करोड़ 20 लाख क्रोनिक हेपेटाइटिस सी से संक्रमित हैं.
हेपेटाइटिस का सबसे महत्वपूर्ण कारण एचईवी (हेपेटाइटिस ई वायरस) है. हालांकि, एचएवी (हेपेटाइटिस ए वायरस) बच्चों में सबसे अधिक कॉमन है. डब्लूएचओ का मानना है कि भारत में वायरल हेपेटाइटिस एक गंभीर पब्लिक हेल्थ प्रॉब्लम के तौर पर उभर रहा है.
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