एक बार खाकर देखिए
रचना ने लोकल 18 को बताया, “स्वाद ऐसा कि एक बार अगर आप खा लें तो हमारे पेटेंट कस्टमर बन जाएंगे. बस एक बार टेस्ट करने की देर है. ये सारी की सारी चीजें मैंने अपनी मां से सीखी हैं, तो वो जो दादी और नानी वाला स्वाद होता है वह आपको मेरे सारे अचार और पापड़ में देखने को मिलेगा. और हमारी सबसे बड़ी पूंजी है शुद्धता — इसके साथ हम किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करते.”
सेंधा नमक से बनती है हर चीज
रचना बताती हैं, “शुद्धता ऐसी होती है कि हर चीज का बहुत ध्यान रखा जाता है. साफ-सफाई पर तो फोकस रखते ही हैं साथ ही हम हर चीज सेंधा नमक से बनाते हैं. आपको आलू का पापड़ (जो आप व्रत में भी खा सकते हैं), मूंग का पापड़, जैसा चाहेंगे वैसा मिलेगा. और यह सब बनाने के दौरान आसपास भी प्याज-लहसुन नहीं होता. यही कारण है कि खासतौर पर जो व्रत करते हैं या फिर जो सावन में शुद्ध नमकीन की तलाश में हैं, उनकी तलाश हमारे यहां आकर खत्म होती है.”
उन्होंने आगे बताया, “आज शायद ही भारत का कोई राज्य होगा जहां से इसकी डिमांड नहीं होती. कई बार ऐसा होता है कि लोग यहां से सामान खरीदकर बेंगलुरु ले जाते हैं. वहां के चार-पांच लोगों को पसंद आ जाता है और वहां से ऑर्डर आ जाते हैं. इस तरीके से माउथ पब्लिसिटी बहुत होती है. यहां मिर्च से लेकर आम के मीठे अचार तक आपको सब मिलेगा. हमारे यहां 15 से 20 वैरायटी के अचार मिल जाएंगे और एकदम दादी वाला स्वाद, क्योंकि सारे मसाले सिलौट में पीसे हुए रहते हैं.”
चाय मसाला स्पेशल
रचना बताती हैं, “हमारे पास आपको ऐसा चाय मसाला मिलेगा कि एक बार अगर आप चाय पी लें तो दोबारा कहीं और की चाय आपको पसंद नहीं आएगी. इसके अलावा हल्दी व हर तरह के मसाले भी यहां मिलते हैं और सबका बस एक सार है — शुद्धता. हम इसका पूरा ख्याल रखते हैं.
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