Fatty Liver in Children Causes: आजकल का अनहेल्दी खान-पान कई गंभीर बीमारियों की वजह बन रहा है. इसकी गिरफ्त में बच्चे अधिक हैं. इसका एक बड़ा कारण फास्ट फूड का क्रेज. दरअसल, आजकल बच्चे घर के पौष्टिक भोजन की जगह बाहर का जंक फूड खाना अधिक पसंद कर रहे हैं. इसका नतीजा यह है कि उनमें कई तरह की गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है, जिनमें सबसे प्रमुख है फैटी लिवर. आमतौर पर फैटी लिवर की बीमारी उम्रदराज और मोटापे के कारण होती है, लेकिन बच्चों में फास्ट फूड के अत्यधिक सेवन से यह समस्या देखी जा रही है. अब सवाल है कि आखिर बच्चों में फैटी लिवर की समस्या क्यों? फास्ट फूड लिवर के लिए कैसे घातक? फैटी लिवर के साथ बच्चों में किन बीमारियों का खतरा? इस बारे में News18 को बता रही हैं कैलाश दीपक हॉस्पिटल दिल्ली की सीनियर डाइटिशियन ऋचा शर्मा-
बच्चों में फैटी लिवर की समस्या क्यों?
एक्सपर्ट बताती हैं कि, छोटे बच्चों में फैटी लिवर की समस्या, जिसे गैर-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD) भी कहा जाता है, तेजी से बढ़ रही है. बच्चों में फैटी लिवर का मुख्य कारण जंक फूड का अधिक सेवन और शारीरिक गतिविधियों की कमी है. इसके अलावा, बच्चों में जंक फूड, अधिक मीठे के सेवन के साथ-साथ पैक्ड फूड वाले प्रोडक्ट्स अधिक खाने से भी लिवर में फैट बढ़ सकता है, क्योंकि इसमें एडेड शुगर होता है.
लिवर के लिए फास्ट फूड कैसे घातक?
एक्सपर्ट की मानें तो, जब बच्चे लगातार फास्ट फूड खाते हैं, तो उनमें 5% से अधिक फैट लिवर में जमा होने लगता है. इससे फैटी लिवर की समस्या उत्पन्न हो जाती है. यही नहीं, फास्ट फूड के सेवन से बच्चों में डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और बीपी की भी समस्या भी बढ़ रही है.
बच्चों की कैसी होनी चाहिए डाइट
एक्सपर्ट के मुताबिक, बच्चों के खानपान में हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, प्रोटीन रिच डाइट और उचित मात्रा में पानी पिलाएं. तली-भुनी चीजों, फास्ट फूड, चीनी वाले ड्रिंक्स और जंक फूड से बचें. बच्चों को रोजाना कम से कम 1 घंटे की फिजिकल एक्टिविटी करने को कहें. इसलिए वे खेलना, दौड़ना, साइकिल चलाना आदि कर सकते हैं. ज्यादा समय तक स्क्रीन के सामने बैठने से बचाएं. एक और जरूरी बात कि, बच्चों की रेगुलर मेडिकल जांच कराएं, जिसमें लिवर की जांच भी शामिल होनी चाहिए. अगर कोई समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.
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