टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस समय अपने करियर के मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. 34 साल के शमी लगातार चोटों से जूझ रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी फिटनेस पर सवाल खड़े हो गए हैं. यही कारण है कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया. हालांकि अब नए रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि सेलेक्शन कमिटी ने इंग्लैंड दौरे के लिए टीम चयन करने से पहले शमी से बात की थी. लेकिन शमी ने खुद अपनी फिटनेस पर आत्मविश्वास नहीं जताया था.
खुद अपने फिटनेस पर भरोसा नहीं जता पाए शमी
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, “शमी फॉर्म की वजह से ड्रॉप नहीं हुए थे. फिटनेस ही एक समस्या थी, जिसकी वजह से वो इंग्लैंड नहीं जा पाए. पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी शमी चोट के कारण टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे. इंग्लैंड सीरीज में उनकी वापसी की उम्मीद थी, लेकिन उनके खुद के मन में फिटनेस को लेकर संदेह था. सेलेक्टर्स ने टीम की घोषणा करने से पहले उससे भी बात की थी, लेकिन शमी कॉन्फिडेंट नहीं लग रहे थे. उनके अंदर वह जरुरी आश्वासन गायब था.”
दिलीप ट्रॉफी के प्रदर्शन पर निर्भर शमी की टेस्ट टीम में वापसी
शमी की टेस्ट क्रिकेट में वापसी अब दिलीप ट्रॉफी में उनके प्रदर्शन और फिटनेस पर निर्भर करेगी, जो 28 अगस्त से शुरू हो रही है. वह ईस्ट जोन टीम का हिस्सा होंगे.
बीसीसीआई के सूत्रों के कहा, “हमें देखना होगा कि क्या वह पूरे टूर्नामेंट में खेल पाते हैं या नहीं. उनका घुटना और हैमस्ट्रिंग पिछले कुछ समय से परेशानी दे रहे हैं. रणजी खेल में, वह एक स्पेल में तीन-चार ओवर डालता था और मैदान से बाहर चला जाता था. इसलिए, क्या उसका शरीर मल्टी-डे खेल की कठिनाइयों को सहन कर सकता है, यह एक पेचीदा सवाल बना हुआ है.”
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