नोएडा के डाइट मंत्रा क्लीनिक की सीनियर डाइटिशियन कामिनी सिन्हा ने News18 को बताया कि फाइबर एक पोषक तत्व है, तो पाचन तंत्र के लिए बेहद जरूरी है. यह हमारे शरीर में डायजेस्ट नहीं होता है, लेकिन पाचन तंत्र की सफाई और कामकाज में अहम भूमिका निभाता है. फाइबर दो प्रकार का होता है घुलनशील (soluble) और अघुलनशील (insoluble). घुलनशील फाइबर पानी में घुलकर जेल जैसा बनता है, जो खून में कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है. अघुलनशील फाइबर पाचन तंत्र को साफ रखने और कब्ज से बचाने में मदद करता है. फाइबर पेट की सेहत को दुरुस्त करने में सहायक है.
डाइटिशियन के मुताबिक एक वयस्क व्यक्ति को रोज 25 से 35 ग्राम फाइबर का सेवन करना चाहिए. यह मात्रा व्यक्ति की उम्र, जेंडर और लाइफस्टाइल के आधार पर थोड़ी-बहुत अलग हो सकती है. हालांकि चिंता की बात यह है कि भारत में अधिकतर लोगों की डाइट में औसतन 10-15 ग्राम ही फाइबर होता है, जो आवश्यक मात्रा से काफी कम है. ऐसे लोगों को ओट्स, ब्राउन राइस, जौ, सेब, अमरूद, संतरा, गाजर, पालक, भिंडी, बीन्स, राजमा, चना, मूंग, अलसी के बीज, चिया सीड्स जैसी चीजों को शामिल करना चाहिए. जितना हो सके फाइबर को प्रोसेस न करें और उसे उसकी नेचुरल फॉर्म में ही खाएं.
अगर आप फाइबर इनटेक बढ़ाना चाहते हैं, तो दिन की शुरुआत फाइबर से भरपूर नाश्ते से करें. ब्रेकफास्ट में ओट्स, फल या स्प्राउट्स खाएं. खाने में सलाद को जरूर शामिल करें और सफेद चावल के बजाय ब्राउन राइस या मिलेट्स का सेवन करें. स्नैक्स के रूप में भुने चने या फल खाएं. इसके अलावा पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है, क्योंकि फाइबर के साथ पानी मिलकर पाचन को बेहतर बनाता है. फाइबर सिर्फ पाचन ही नहीं, बल्कि ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है. अगर आप अपनी डाइट को हेल्दी बनाना चाहते हैं, तो फाइबर को नजरअंदाज न करें.