होम लोन लेते समय ब्याज दर-स्प्रेड पर ध्यान दें: इससे हो सकती है लाखों की बचत, इन 4 बातों का भी रखें ध्यान

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नई दिल्ली3 मिनट पहले

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घर खरीदना हमारे जीवन के सबसे बड़े वित्तीय फैसलों में से एक होता है। घर खरीदने में हम महीनों लगा देते हैं, लेकिन जिस बैंक से लोन लेते हैं, उस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते।

ज्यादातर लोग सिर्फ ब्याज दर देखकर बैंक चुन लेते हैं। लेकिन, सिर्फ ब्याज दर ही सब कुछ नहीं होती। शर्तों पर ध्यान न देने से आपको कुछ वर्ष में लाखों रुपए का नुकसान हो सकता है।

यहां चार जरूरी बातें हैं, जो आपको किसी भी बैंक का होम लोन लेने से पहले ध्यान रखनी चाहिए

1. ब्याज दर-स्प्रेड को समझें: जितना कम स्प्रेड उतना सस्ता होम लोन मिलने की गुंजाइश हर बैंक की ब्याज दर और स्प्रेड अलग-अलग होते हैं। स्प्रेड वह अतिरिक्त रकम है, जो बैंक रेपो रेट (5.50%) के ऊपर ग्राहक से वसूलता है। यह स्प्रेड आमतौर पर लोन की पूरी अवधि के दौरान नहीं बदलता है। एक उदाहरण से इसे समझते हैं। मान लीजिए कि एक बैंक का स्प्रेड 1.8% है, जबकि दूसरे बैंक का 3.5% है। ऐसे में, पहले बैंक से आपको 7.3% की दर पर लोन मिल सकता है, जबकि दूसरे बैंक से यह 9% से भी ज्यादा हो सकता है।

  • अगर आप ₹50 लाख रुपए का होम लोन 20 साल के लिए लेते हैं, तो 8% के बजाय 7.5% की ब्याज दर होने पर आपकी ईएमआई ₹1,500 से भी ज्यादा कम हो जाएगी। ऐसे में आप लोन की पूरी अवधि में कुल मिलाकर ₹3.8 लाख रुपए की बचत कर सकते हैं। इसलिए, हमेशा कम स्प्रेड वाला बैंक चुनें, क्योंकि लंबी अवधि में बाजार के हिसाब से ब्याज दरें भले ही बदलें, लेकिन स्प्रेड ज्यादातर स्थिर ही रहता है।

2. लोन की राशि और शर्तें देखें: अधिक एलटीवी रेश्यो वाला बैंक चुनें, ज्यादा लोन मिलेगा यह पता करना चाहिए कि बैंक प्रॉपर्टी की कुल कीमत का कितना प्रतिशत लोन दे रहा है। इसे लोन-टू-वैल्यू (एलटीवी) रेश्यो कहते हैं।

  • अगर घर की कीमत ₹50 लाख रुपए है और बैंक 80% एलटीवी देता है, तो ₹40 लाख का लोन मिलेगा। बाकी ₹10 लाख खुद जेब से भरने होंगे। लेकिन, अगर कोई बैंक 60% एलटीवी देता है, तो लोन ₹30 लाख का होगा।
  • हर बैंक के लोन देने के अलग-अलग नियम होते हैं। जैसे: आपकी उम्र, नौकरी, आय, क्रेडिट स्कोर आदि। ऐसे में लोन लेने से पहले अपनी योग्यता जानने के लिए बैंक की वेबसाइट पर दिए गए कैलकुलेटर का इस्तेमाल जरूर करें।

3. प्रोसेसिंग चार्ज और प्रीपेमेंट: प्रीपेमेंट की शर्तें देखिए, इसमें कोई बड़ी बाध्यता तो नहीं है हर बैंक होम लोन के साथ कुछ नियम-शर्ते तय करता है। लोन लेने से पहले यह साफ कर लेना चाहिए कि कर्ज समय से पहले चुकाने या ट्रांसफर करने के क्या नियम हैं।

  • कुछ बैंक हर माह प्रीपेमेंट की सुविधा देते हैं, जबकि कुछ 3 माह या साल में एक बार ही यह मौका देते हैं। कुछ बैंक प्रीपेमेंट की न्यूनतम राशि भी तय करते हैं।
  • होम लोन के लिए बैंक प्रोसेसिंग फीस भी लेते हैं। मान लीजिए कि आप ₹60 लाख का लोन ले रहे हैं और 0.5% प्रोसेसिंग फीस है, तो ₹30,000 तुरंत भरने होंगे। अगर कोई बैंक बिना प्रोसेसिंग फीस के लोन देता है, तो आपके ये पैसे तुरंत बच जाएंगे।

4. लोन प्रोसेसिंग में कितना समय: लोन देने में कम समय लगाने वाले बैंक से ब्याज बचता है ऐसे बैंक चुनें, जो लोन एप्लीकेशन को जल्दी मंजूरी दें। अगर एक बैंक लोन देने में 30 दिन लेता है और दूसरा 10 दिन, तो आपका आधा महीने का किराया या ब्याज बच जाता है।

  • लोन मिलने के बाद भी बैंक की सेवाएं जरूरी होती हैं, जैसे हर साल समय पर ब्याज का सर्टिफिकेट या अकाउंट स्टेटमेंट मिलना। इसलिए, ऐसे बैंक को चुनें जिसके पास अच्छी सेवाएं देने का ट्रैक रिकॉर्ड हो।
  • होम लोन एक लंबी साझेदारी है। ब्याज के अलावा, स्प्रेड, अन्य शुल्क, नियम और बैंक की सेवाओं को ध्यान से देखें। शुरुआत में किए गए ये छोटे-छोटे फैसले भविष्य में लाखों की बचत का कारण बन सकते हैं।

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