कहां मिल सकते हैं पुतिन और जेलेंस्की, इस शहर में बैठक से क्यों किया इनकार

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Putin Zelensky Meeting: पुतिन और जेलेंस्की की संभावित बैठक के लिए स्विट्जरलैंड,ऑस्ट्रिया या तुर्की के नाम पर विचार चल रहा है. लेकिन यूक्रेन ने बुडापेस्ट को हंगरी की निष्पक्षता पर संदेह के कारण ठुकराया गया.

कहां मिल सकते हैं पुतिन और जेलेंस्की, इस शहर में बैठक से क्यों किया इनकारफिलहाल, पुतिन और जेलेंस्की की बैठक के लिए कोई स्थान तय नहीं किया गया है.
Putin Zelensky Meeting: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के लिए एक बैठक की व्यवस्था करने की बात कही है. उन्होंने इस संबंध में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की दोनों से अलग-अलग बात की है. व्हाइट हाउस ने घोषणा की है कि पुतिन, जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय बैठक करने के लिए सहमत हो गए हैं. व्लोडिमिर जेलेंस्की ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह व्लादिमीर पुतिन से मिल सकते हैं, लेकिन उनके देश को सुरक्षा गारंटी मिलने के बाद ही. 

फिलहाल जगह और तारीख तय नहीं
फिलहाल, पुतिन और जेलेंस्की की बैठक के लिए कोई निश्चित तारीख या स्थान तय नहीं किया गया है. रूसी पक्ष ने इस तरह की बैठक की संभावनाओं पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. जबकि यूक्रेन, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया या तुर्की जैसे यूरोपीय देशों में तटस्थ स्थान पर बैठक करने की बात कह रहा है. दिलचस्प बात यह है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कीव को समर्थन देने के प्रति हंगरी के विरोध का हवाला देते हुए बुडापेस्ट में बैठक आयोजित करने की संभावना से इनकार कर दिया.

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हंगरी की निष्पक्षता पर संदेह
बीबीसी इंग्लिश के मुताबिक व्हाइट हाउस में वार्ता के बाद बुडापेस्ट का संभावित बैठक के स्थान के रूप में उल्लेख किया गया था. कहा गया था कि अमेरिका इसके पक्ष में है. हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने कहा, “वे किसी भी समय हंगरी आ सकते हैं. हमें एक घंटे पहले सूचना दें और हम हंगरी में सभी के लिए निष्पक्ष, सभ्य, सुरक्षित और समान परिस्थितियों की गारंटी देने के लिए तैयार हैं.” लेकिन हंगरी की राजधानी को हर कोई पर्याप्त रूप से तटस्थ नहीं मानता. प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान उन गिने-चुने यूरोपीय नेताओं में से एक हैं जिन्होंने पुतिन के साथ संबंध बनाए रखे हैं. उन्होंने यूक्रेन को मिलने वाली वित्तीय सहायता भी रोक दी है और यूरोपीय संघ में यूक्रेन की सदस्यता पर वीटो लगाने का वादा भी किया है.

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जेलेंस्की ने बुडापेस्ट का प्रस्ताव ठुकराया
जेलेंस्की ने गुरुवार को कहा, “ईमानदारी से कहें तो बुडापेस्ट ने हमारा समर्थन नहीं किया.” उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैं यह नहीं कह रहा कि ओरबान की नीति यूक्रेन के खिलाफ थी, लेकिन वह यूक्रेन के समर्थन के खिलाफ थी.” उन्होंने कहा कि बुडापेस्ट में बातचीत करना ‘चुनौतीपूर्ण’ होगा. बुधवार को पोलिश प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने एक्स पर पोस्ट किया कि वे बुडापेस्ट में वार्ता आयोजित करने के विरोधी हैं. यह शहर 1994 में एक शिखर सम्मेलन का स्थल था जिसके परिणामस्वरूप कीव ने रूसी सुरक्षा आश्वासन के बदले सोवियत परमाणु शस्त्रागार का अपना हिस्सा सौंप दिया था. बाद में 2014 में मास्को द्वारा क्रीमिया पर अवैध कब्जा और 2022 में उसके पूर्ण आक्रमण के बाद ये आश्वासन निरर्थक हो गए. टस्क ने कहा, “शायद मैं अंधविश्वासी हूं, लेकिन इस बार मैं कोई दूसरी जगह ढूंढने की कोशिश करूंगा.”

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कब हुई थी दोनों की अंतिम मुलाकात
पुतिन और जेलेंस्की की आखिरी सीधी मुलाकात दिसंबर 2019 में पेरिस में ‘नॉर्मंडी फॉर्मेट’ शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी. उस बैठक में जर्मनी और फ्रांस के नेताओं ने भी हिस्सा लिया था. 2022 में रूस के यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण के बाद से दोनों नेताओं के बीच कोई सीधी बातचीत नहीं हुई है. ‘नॉर्मंडी फॉर्मेट’ का अर्थ 2014 में यूक्रेन युद्ध को हल करने के लिए फ्रांस, जर्मनी, रूस और यूक्रेन के नेताओं के बीच हुई एक अनौपचारिक मुलाकात से है. जिसका नाम फ्रांस के नॉर्मंडी क्षेत्र में डी-डे समारोह के बाद मिला था. यह समूह 2014 में स्थापित किया गया था और 2022 में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण से पहले शांति और युद्धविराम के लिए मिन्स्क समझौतों की मध्यस्थता में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका थी.

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जेलेंस्की चाहते हैं सुरक्षा गारंटी
जेलेंस्की ने कहा, “हम 7-10 दिनों के भीतर सुरक्षा गारंटी संरचना पर एक समझ हासिल करना चाहते हैं. और उस समझ के आधार पर हमारा लक्ष्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक त्रिपक्षीय बैठक आयोजित करना है.” उन्होंने संभावित स्थानों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया पर हम सहमत हैं. हमारे लिए तुर्की एक नाटो देश है और यूरोप का हिस्सा है. और हम इसके विरोध में नहीं हैं.” जेलेंस्की ने यह भी संकेत दिया था कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए ट्रंप और पुतिन के साथ त्रिपक्षीय बैठक के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, “हमें इस युद्ध को रोकना होगा. हमें अमेरिका और यूरोप से समर्थन की जरूरत है.”

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