कब और कैसे करनी है अगेती फूलगोभी की खेती? नहीं है जानकारी…जानें ये खास टिप्स

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Early Cauliflower Farming: अगस्त में फूलगोभी की खेती किसानों के लिए लाभकारी है. कृषि वैज्ञानिक डॉ. रामईश्वर प्रसाद के अनुसार, यह फसल अक्टूबर तक तैयार हो जाती है और बाजार में अच्छी कीमत मिलती है.

तस्वीर 

हाइलाइट्स

  • अगस्त में फूलगोभी की खेती लाभकारी है
  • अक्टूबर तक फूलगोभी की फसल तैयार हो जाती है
  • कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं
सीतामढ़ी: अभी अगस्त का महीना शुरू हुआ है और सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं. बाजारों में हरी सब्जियों की आवक कम होने से मांग ज्यादा और दाम ऊंचे हैं. ऐसे में किसानों के लिए यह सही मौका है कि वे अगेती फूलगोभी की खेती की शुरुआत करें. कृषि विज्ञान केंद्र, बलहा मकसूदन पुपरी के कृषि वैज्ञानिक डॉ. रामईश्वर प्रसाद का कहना है कि अगस्त का महीना अगेती फूलगोभी की बुआई के लिए सबसे उपयुक्त होता है.

क्यों करें अगस्त में फूलगोभी की खेती?
डॉ. रामईश्वर प्रसाद के अनुसार, अगस्त में लगाई गई फूलगोभी की फसल अक्टूबर तक तैयार हो जाती है. इस समय बाजार में फूलगोभी की मांग अधिक होती है और दाम भी अच्छे मिलते हैं. खास बात यह है कि यह फसल कम समय में तैयार हो जाती है और इसमें लागत भी कम आती है. यही कारण है कि किसान कम समय और खर्च में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं.

बरसात में रखें विशेष सावधानी
अगेती फूलगोभी की खेती बरसात के मौसम में होती है. ऐसे में खेत में जलजमाव से बचाना बहुत जरूरी है. अगर खेत में पानी रुक गया तो पौधों की जड़ें गल सकती हैं और उपज पर असर पड़ेगा. इसलिए खेत में जल निकासी की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए.

खेत की करें सही तैयारी
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि फूलगोभी की अच्छी उपज के लिए खेत की तैयारी बहुत जरूरी है. सबसे पहले खेत की 3 से 4 बार जुताई करें ताकि मिट्टी भुरभुरी हो जाए और उसमें हवा का संचार बेहतर हो सके. साथ ही पिछली फसल के बचे हुए अवशेष हटा दें.
खेत की अंतिम जुताई के समय 150 क्विंटल सड़ी हुई गोबर की खाद डालें और 10 किलो सूक्ष्म पोषक तत्व मिलाएं.  इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और पौधों को पोषण मिलता है. जैविक खाद का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके बाद खेत को समतल कर देना चाहिए.

पौधों की रोपाई कैसे करें?
जब खेत तैयार हो जाए, तब गोभी की पौध को लाइन से लाइन की दूरी 30-40 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 20 सेमी पर लगाएं। इससे निराई-गुड़ाई आसान हो जाती है और पौधों की बढ़वार भी अच्छी होती है. लाइनों में पौधे लगाने से खरपतवार की समस्या भी कम होती है.

फूल बनने की प्रक्रिया और कटाई
पौधों की अच्छी बढ़वार के लिए एनपीके 19:19:19 का छिड़काव करें. जैसे ही मौसम में हल्की ठंडक आने लगती है, फूल बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है. 40 से 45 दिन के अंदर फूलगोभी की फसल तैयार हो जाती है. अगस्त में लगाई गई गोभी अक्टूबर के पहले सप्ताह तक बाजार में बिकने के लिए तैयार हो जाती है.

कम लागत, ज्यादा मुनाफा
डॉ. प्रसाद के अनुसार, यह फसल किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है. लागत कम लगती है और बाजार में दाम भी अधिक मिलते हैं. अगस्त में गोभी की खेती करने वाले किसान अक्टूबर तक अच्छी आमदनी कर सकते हैं.

Amit ranjan

मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और लोकल 18 तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले…और पढ़ें

मैंने अपने 12 वर्षों के करियर में इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और डिजिटल मीडिया में काम किया है। मेरा सफर स्टार न्यूज से शुरू हुआ और दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर डिजिटल और लोकल 18 तक पहुंचा। रिपोर्टिंग से ले… और पढ़ें

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