भारत को ऐसा कौन सा ‘मसाला’ दे सकता है इजरायल? दोगुनी बढ़ जाएगी पावर, पाकिस्तान की आखों से बंद नहीं होगा पानी

भारत और इजरायल की दशकों पुरानी दोस्ती फिर से ऐसी चमकी है कि जलने वालों की आखें चौंधिया गई हैं. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विदेश मंत्री गिदोन को भारत भेजा है और उन्होंने आते ही पाकिस्तान को धोना शुरू कर दिया है. गिदोन ने भारत के विदेश मंत्री एस जय शंकर के साथ मुलाकात के बाद उन्होंने NSA अजीत डोभाल के साथ भी हैंड शेक किया है. उन्होंने पाकिस्तान के साथ जंग में भारत का साथ देने की कसम खाई है. आगे जानें इजरायल ऐसा कौन सा मसाला दे सकता है, जो भारत को कई गुना और पावरफुल बना देगा.

कैसे भारत की ताकत दोगुनी कर सकता है Israel

इजराइल के विदेश मंत्री ने भारत यात्रा के दौरान आंतकवाद के खतरे को हाईलाइट किया. उन्होंने पाकिस्तान की ओर इशारा करते आतंकवाद जैसी चुनौतियों से निपटने और हुए भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की. इजरायल पहले भी कई बार मुश्किल वक्त में पर भारत के साथ खड़ा दिखाई दिया है और ये देश खुद भी हमास-हिजबुल्ला जैसे आतंकी संगठनों के जड़ से उखाड़ने की कोशिश कर रहा है. इजरायल अपने पावरफुल हथियारों के साथ-साथ आतंकवाद से लड़ने की रणनीति और एलीट फोर्सेस के जरिए भारत की ताकत को दोगुना कर सकता है.

Chemical और Biological Warfare

इजरायल के पास खतरनाक कैमिकल और बायोलॉजिकल वॉरफेयर है. हालांकि, नेतन्याहू ने दुनिया के सामने कभी इस बात को खुलकर एक्सेप्ट नहीं किया है लेकिन लेबनान पर एक हमले के दौरान आरोप लगा था कि इजरायल की तरफ से डिप्लीटेड यूरेनियम बम फोड़े गए हैं.

पानी का ‘राक्षस’ Sa’ar 6

इसके अलावा इजरायल के पास पानी का ‘राक्षस’ भी है. जिसका नाम सा’आर है, ये इजराइली नौसेना के जहाजों की श्रृंखला है, जिसे मुख्य रूप से सा’आर 6 श्रेणी के तेज हमला करने वाले जहाजों के रूप में जाना जाता है.

Intelligence Sharing

गिदोन ने अपनी यात्रा के दौरान बार-बार कहा है कि भारत और इजरायल का दुश्मन कॉमन है. इस दुश्मन से लड़ने के लिए इंटेलीजेंस शेयरिंग भी एक पावरफुल हथियार साबित हो सकती है. आतंकवादी समूहों की गतिविधियों और बुनियादी ढांचे पर खुफिया जानकारी शेयर करके दोनों ही देश एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं.

इजराइल लंबे समय से आतंकवाद से लड़ रहा है और कईयों को धराशाई कर चुका है. अपना ये अनुभव वो भारतीय बलों को विशेष आतंकवाद-रोधी ट्रेनिंग के जरिए मदद कर सकता है.

Iron Dome की तकनीक

इजरायल भारत के साथ अपनी प्रभावशाली सिक्योरिटी और निगरानी उपकरण भारत को सप्लाई कर सकता है. जिसमें से एक इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम है. भारत में स्वदेशी आयरन डोम पर काम कर चल रहा है, जिसके लिए इजरायल अपनी तकनीकि डिटेल्स शेयर कर सकता है. भारत और इजराइल ने पहले भी MRSAM (मीडियम रेंज सर्फेस-टू-एयर मिसाइल) जैसे संयुक्त प्रोजेक्ट किए हैं.

Barak Missile And Laser Bomb

हवाई खतरों से निपटने और अटैक से प्रोटेक्शन के लिए इजरायल बराक-8 मिसाइल सिस्टम जैसी वायु रक्षा प्रणालियां भारत के साथ साझा कर सकता है. इसके अलावा इजरायल भारत को ऊचांई से निगरानी करने खुफिया जानकारी इकट्ठा करने और सटीक हमला करने के लिए Heron और Harop जैसे ड्रोन्स के जरिए भी मदद कर सकता है.

इजरायल के पास लेजर बम और एंटी टैंक मिसाइलें भी हैं, इन खतरनाक और हाईटेक हथियारों के जरिए भी भारत की ताकत बढ़ सकती है.

Deplomatic Support

इजरायल भारत को डिप्लोमैटिक सपोर्ट देकर भी आतंकवाद के खिलाफ जंग में ताकत दे सकता है. जैसा कि कारगिल युद्ध के दौरान हुआ था इजरायल वैश्विक मंच पर वैसा ही समर्थन देकर भारत की मदद कर सकता है.

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