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Aak madar ke fayde : इनकी मदद से डायबटीज, उल्टी, दस्त और सूजन में घर बैठे राहत मिल सकती है. इन पत्तों से आप डॉक्टरों की फीस और महंगी दवाओं से छुटकारा पा सकते हैं. आइये जानते हैं इनके इस्तेमाल के तरीके…
आगरा. हमारे आसपास अपने आप उग आने वाले कई पौधे ऐसे होते हैं, जो कलयुग में संजीवनी से कम नहीं. ऐसा ही एक पौधा आक (मदार) का है. ये अक्सर सड़क किनारे आसानी से दिख जाएंगे. आक के पत्ते गंभीर बीमारियों में रामबाण हैं. इनकी मदद से डायबटीज, उल्टी, दस्त और सूजन घर बैठे ठीक हो सकते हैं. इन पत्तों से घरेलू उपचार कर आप डॉक्टरों की फीस और महंगी दवाओं से छुटकारा पा सकते हैं. गांव-देहतों में लोग इन पत्तों को जड़ी बूटी मानते हैं. आक के पत्तों को मदार, अर्क और अकउआ भी कहा जाता है. इन पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं.
जोड़ों के दर्द में राहत
आक के पत्तों से शुगर (डायबटीज) नियंत्रित किया जा सकता है. आक के पत्तों को उल्टी तरफ से पैरो के तलों में लगाएं. इसे पूरा दिन लगाए रखने से डायबटीज कंट्रोल की जा सकती है. जोड़ों के दर्द और सूजन में भी इसके पत्ते राहत दिलाते हैं. इनके पत्तों को सूजन वाली जगह पर लगाने से राहत मिलती है. घुटने के ऊपरी हिस्सों में पत्तों को बांधने से जोड़ों के दर्द में कमी आती है.
इस तरह रोकेगा उल्टी
आगरा के आयुर्वेद विशेषज्ञ ठाकुर ललित कुमार का कहना है कि आक के पत्ते को तवे पर गर्म कर उसका रस कान में डालने से दर्द में तुरंत राहत मिलता है. इन पत्तों को चोट वाली जगह पर लगाने से भी आराम मिलता है. इसके पत्ते उल्टी तरफ से पैर या दर्द वाली जगह पर लगाएं. यात्रा करते समय उल्टी रोकने में भी यह पत्ता रामबाण है. इस पत्ते में ऐसे गुण पाए गए हैं जिससे यात्रा के दौरान होने वाली उल्टी को रोका जा सकता है. आक के पत्ते को पैर में बांधकर यात्रा करने से उल्टी नहीं आती है.
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