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Khandwa News: सबसे पहले सौंफ, मेथी और अजवाइन को थोड़ा भून लें. फिर इन्हें ठंडा करके पीस लें. अब इसमें काला नमक, आंवला पाउडर और हल्दी पाउडर मिला लें. इसके बाद इसमें गुड़ के छोटे-छोटे टुकड़े डालकर अच्छे से मिला ल…और पढ़ें
सबसे पहले मेथी, सौंफ और अजवाइन को हल्का सा भून लें. फिर इन्हें ठंडा करके पीस लें. अब इसमें आंवला पाउडर, काला नमक और हल्दी पाउडर मिला लें. अंत में इसमें गुड़ के छोटे-छोटे टुकड़े डालकर अच्छे से मिला लें. इसे एक डिब्बे में बंद करके रख लें. हर दिन सुबह और शाम खाने के बाद एक बड़ा चम्मच मिश्रण पशु को दें. चाहें तो इसे चोकर या गुड़ में मिलाकर खिलाएं. गर्भवती पशु को दिन में एक बार ही दें. तीन से 7 दिन के भीतर ही इसका असर नजर आने लगता है. पशु की भूख बढ़ेगी, पाचन ठीक होगा और दूध ज्यादा आएगा.
पशु को साफ और ताजा पानी दें. हरी घास, भूसा और दाने का संतुलन रखें. पशु को खुला वातावरण और हल्की टहल जरूरी है. धूप में कुछ देर छोड़ने से शरीर सक्रिय रहता है. गर्मियों के मौसम में सौंफ और गुड़ का पानी पिलाना भी फायदेमंद होता है. इससे शरीर ठंडा रहता है और भूख भी खुलती है. सारी सामग्री 50 से 100 रुपये में तैयार हो जाती है. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है और इसका असर भी तेज होता है.
गांवों में पीढ़ियों से अपनाया जाता है यह नुस्खा
यह कोई नया नुस्खा नहीं बल्कि बुजुर्गों द्वारा पीढ़ियों से आजमाया जा रहा है. आज भी बहुत से सफल पशुपालक यही तरीका अपनाते हैं. अगर आपकी गाय या भैंस दूध कम दे रही है, तो यह देसी नुस्खा एक बार जरूर आजमाएं. यह न केवल दूध बढ़ाएगा बल्कि पशु को चुस्त-दुरुस्त भी बनाएगा. ज्यादा खर्च नहीं, बस थोड़ा समय और नियमितता चाहिए.
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