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डॉ. गौरव ने बताया कि लौंग में ‘यूजेनॉल’ नामक तत्व पाया जाता है, जो प्राकृतिक रूप से दर्द निवारक और जीवाणुनाशक है. यदि दांत में तेज दर्द हो, तो कॉटन पर 1-2 बूंद लौंग का तेल लगाकर दर्द वाले हिस्से पर हल्के से रखे…और पढ़ें
डॉ. गौरव प्रकाश के अनुसार, दांत दर्द के पीछे कई कारण हो सकते है, कैविटी, मसूड़ों में संक्रमण, ठंडा-गर्म लगना, या फिर दांतों में फंसे भोजन के कण. इन कारणों की पहचान और उचित इलाज के लिए दंत चिकित्सक के पास जाना जरूरी है, लेकिन तब तक घर के कुछ नुस्खे राहत दे सकते हैं.
डॉ. गौरव ने बताया कि लौंग में ‘यूजेनॉल’ नामक तत्व पाया जाता है, जो प्राकृतिक रूप से दर्द निवारक और जीवाणुनाशक है. यदि दांत में तेज दर्द हो, तो कॉटन पर 1-2 बूंद लौंग का तेल लगाकर दर्द वाले हिस्से पर हल्के से रखें. यह कुछ ही मिनटों में दर्द को कम कर सकता है. अगर लौंग का तेल उपलब्ध न हो, तो साबुत लौंग को हल्का चबाकर भी फायदा लिया जा सकता है.
नमक-पानी का गरारा
दांत दर्द के समय गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर गरारा करना एक सरल और प्रभावी तरीका है। यह न केवल दांतों और मसूड़ों की सफाई करता है, बल्कि सूजन और बैक्टीरिया को भी कम करता है। दिन में 2-3 बार नमक-पानी का उपयोग करने से काफी राहत मिल सकती है।
लहसुन में मौजूद ‘एलिसिन’ नामक तत्व बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है. दर्द वाले दांत पर लहसुन की एक कली को पीसकर लगाएं, या हल्के से चबाएं. यह तरीका न केवल दर्द कम करेगा, बल्कि संक्रमण को भी रोकने में मदद करेगा.
अदरक और हल्दी का पेस्ट
अदरक और हल्दी दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. हल्दी पाउडर में थोड़ा अदरक का रस मिलाकर पेस्ट बनाएं और दर्द वाले हिस्से पर लगाएं. यह मसूड़ों की सूजन को कम करता है. बैक्टीरिया को भी नियंत्रित करता है.
बर्फ की सिकाई
अगर दर्द के साथ सूजन भी हो, तो कपड़े में बर्फ लपेटकर गाल के बाहर वाले हिस्से पर 10-15 मिनट तक रखें. यह सूजन को कम करने और दर्द को अस्थायी रूप से सुन्न करने में मदद करता है.डॉ. गौरव प्रकाश ने यह भी सलाह दी कि ये सभी नुस्खे सिर्फ अस्थायी राहत के लिए हैं. यदि दर्द 1-2 दिन में कम न हो या बढ़ जाए, तो तुरंत डेंटिस्ट के पास जाकर जांच करवाएं, क्योंकि लापरवाही आगे चलकर गंभीर समस्या का कारण बन सकती है. यह भी अपील की कि दांतों की नियमित सफाई करें, दिन में दो बार ब्रश करें, मीठी और चिपचिपी चीजों का सेवन सीमित करें और हर 6 महीने में एक बार दांतों की जांच जरूर करवाएं. दांतों की सेहत सिर्फ मुस्कान के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर की सेहत के लिए जरूरी है. इसलिए किचन के इन घरेलू नुस्खों के साथ-साथ नियमित दंत देखभाल को जीवनशैली का हिस्सा बनाना जरूरी है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.