थायराइ से निजात पाने के लिए लोग तमाम महंगी दवाओं का सेवन करते हैं, लेकिन कई बार इन दवाओं के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं. लेकिन, आपकी इस परेशानी को कंट्रोल करने के लिए एक मोटा अनाज अधिक फायदेमंद हो सकता है. अगर आप भी इस बीमारी के शिकार हैं तो गेहूं के आटे को इस मोटे अनाज से रिप्लेस कर सकते हैं. अब सवाल है कि आखिर थायराइड में किन आटे की रोटियां खाएं? आइए जानते हैं इस बारे में-
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, अंडरएक्टिव थायराइड यानी हाइपोथायराइडिज्म होने पर अत्यधिक थकान, वजन बढ़ना, ठंड लगने की समस्या, जॉइंट और मसल्स पेन, स्किन ड्राई होना, बाल झड़ना, इरेगुलर पीरियड्स, स्लो हार्ट रेट और डिप्रेशन जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं. दूसरी तरह हाइपरएक्टिव थायराइड यानी हाइपरथायराइडिज्म होने पर चिड़चिड़ापन, ज्यादा पसीना आना, हार्टबीट बढ़ना, मसल्स में दर्द होना हो सकता हैं.
गेहूं के आटे को इस मोटे अनाज से बदलें
थायराइड और किन चीजों को खाने से बचें
थायराइड की प्रॉब्लम में ज्वार की रोटी खाएं, लेकिन नया चावल, मैदा, उड़द, राजमा, छोले, बैंगन, नींबू, टमाटर, पत्तेदार सब्जियां, कटहल, खट्टे अंगूर, अंकुरित अनाज, सोयाबीन, गाजर, अरबी, पनीर, मछली, तीखा भोजन, ऑयली भोजन, जंक और फास्ट फूड, डिब्बा बंद बूद, अचार, कोल्डड्रिंक्स, शराब, नॉन-वेज सूप, पत्ता गोभी, ब्रोकोली और फूलगोभी का सेवन भूलकर भी ना करें.