दिल को हेल्दी रखने का ये है सबसे अच्छा उपाय! हाई ब्लड प्रेशर भी रहेगा कंट्रोल, हार्ट के डॉक्टर ने दिए टिप्स

Sleep Tips to control bp and Heart: हेल्दी हार्ट के लिए सिर्फ अच्छे भोजन और एक्सरसाइज ही नहीं, बल्कि अच्छी नींद भी अहम भूमिका निभाती है. इसके लिए हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद लेने की सलाह दी जाती है. ऐसा करने से हार्ट का जोखिम घटेगा, बीपी कंट्रोल रहेगा, तनाव दूर होगा और कोर्टिसोल जैसे हानिकारक हार्मोन कंट्रोल में रहेंगे. अमेरिका के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. संजय भोजराज के अनुसार, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने की सबसे प्रभावी आदत नियमित नींद का शेड्यूल बनाए रखना है. अच्छी नींद की आदत बनाने के लिए एक निश्चित सोने-जागने का समय बनाएं, अपने सोने के कमरे को शांत और अंधेरा रखें, सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें, कैफीन और भारी भोजन से बचें और योग-ध्यान जैसी आरामदायक तकनीकें अपनाएं.

टीआईओ की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. भोजराज बताते हैं कि, ‘ज्यादातर लोग यह सोचते हैं कि सिर्फ अपनी डाइट कंट्रोल और नियमित व्यायाम करने से वो अपने बीपी को भी कंट्रोल रख सकते हैं. लेकिन मैं अपने हर मरीज से यह कहता हूं कि बीपी कंट्रोल रखने के लिए इन दोनों चीजों के साथ आपकी नींद का समय भी उतना ही जरूरी है’.

बीपी कंट्रोल करने में नींद का शेड्यूल महत्वपूर्ण क्यों

आपके शरीर के हर हिस्से जिसमें हृदय भी शामिल है. इसे सर्केडियन क्लॉक कहा जाता है. हर दिन एक ही समय पर सोने और जागने से यह घड़ी संरेखित रहती है, जिससे हृदय पर तनाव कम होता है. अनियमित नींद के पैटर्न, यहां तक कि रात-रात में 30 मिनट का अंतर भी, उच्च रक्तचाप के उच्च जोखिम से जुड़ा हुआ है.

रक्तचाप कम करने में कैसे मदद करती है नींद

आपके सोने-जागने की दिनचर्या में नियमितता बनाए रखना रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है. बता दें कि, यह तनाव हार्मोन के उतार-चढ़ाव को कम करता है और हार्ट को सक्षम बनाता है. अच्छी नींद को अपनाने से हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और चयापचय समस्याओं को रोकने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. नींद की गुणवत्ता और समय दोनों को प्राथमिकता देना हृदय के कार्य को सुधारने, स्वस्थ हार्मोन संतुलन का समर्थन करने और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है.

हेल्दी हार्ट के लिए अच्छी नींद की दिनचर्या बनाने के तरीके

सोने-जागने का समय तय करें: हेल्दी हार्ट के लिए अपने सोने और जागने के समय तय करें. इसके हिसाब से रोज एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें. ऐसा करने से यह आपके शरीर की आंतरिक लय को आगे बढ़ने में मदद करता है और अधिक आरामदायक नींद को बढ़ावा देगा.

सोने के कमरे को शांत और अंधेरा रखें: सोने से कम से कम एक घंटे पहले स्क्रीन बंद कर दें. इसके बजाय, किताब पढ़ने या हल्के स्ट्रेचिंग जैसी शांत गतिविधियों के साथ आराम करें. ऐसा करने से आपके शरीर को संकेत मिले कि यह आराम करने का समय है.

वीकेंड पर भी एक ही समय सोएं: ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने के लिए सबसे पहली सलाह यह देते हैं कि अपने वीकेंड पर भी रोजाना एक ही समय सोने और जागने का समय निश्चित करें. ऐसा करने से आपको सेहत से जुड़े कई बड़े फायदे मिलेंगे. एक्सपर्ट के मुताबिक, नियमित समय पर नींद लेने से व्यक्ति की सर्कैडियन लय नियंत्रित होती है, कोर्टिसोल लेवल कम होता है, हृदय गति में सुधार के साथ रक्तचाप कंट्रोल रखने में भी मदद मिलती है.

ज्यादा नहीं नियमित नींद है जरूरी: डॉ. भोजराज के अनुसार, ‘बीपी कंट्रोल रखने के लिए ज्यादा नींद बल्कि नियमित नींद जरूरी होती है. आपका यह रूटीन शरीर को बताता है कि आपको कब आराम करना है, कब रिपेयर करना है और कब रक्तचाप को नियंत्रित करना है.

खराब नींद लेने के नुकसान: विशेषज्ञों का कहना है कि खराब नींद हार्मोन संतुलन को बिगाड़कर तनाव, मोटापा और मधुमेह का कारण बन सकती है. ये सभी समस्याएं हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाती हैं. जबकि इसके विपरीत, शरीर को आराम देने से तनाव हार्मोन और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है, जिससे हृदय स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है.

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