Last Updated:
Palamu Cow Vaccination: पलामू में ब्रूसेलोसिस वैक्सीन अभियान चल रहा है, जिसमें 4-8 महीने की गाय के बछियों को वैक्सीन दी जा रही है. अब तक 4200 बछियों को वैक्सीन लगाई गई है.
<strong>पलामू</strong>: झारखंड के पलामू में ब्रूसेलोसिस वैक्सीन गाय के बछियों को लगाया जा रहा है. जिसे एक अभियान चलाकर जिले के सभी प्रखंडों में लगाया जा रहा है. जिसमें 4 से 8 महीने की बछिया (गाय) को खास तरह की वैक्सीन दी जा रही है, ताकि भविष्य में आने वाली समस्या से बचाव हो सके. गाय में इन दिनों अलग तरह की बीमारी देखी जा रही है, जिसका बचाव जरूरी है.

दरअसल, ब्रूसेलोसिस एक विषाणु जनित रोग है. इस बीमारी के संक्रमण से गाय पाल लेने के बाद पाल गिरा देती है. जिससे हर बार वो पाल गिरा देती है. इस बीमारी से बचाव के लिए 4 से 8 महीने की गाय को ये वैक्सीन दी जा रही है, ताकि गाय भविष्य में जब पाल ले तो इस बीमारी से बचाव हो सके और उसका बच्चा जीवित रह सके.

पलामू जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रभाकर कुमार ने बताया कि ब्रूसिलोसिस वैक्सीन अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है. जिसमें अब तक 4200 से अधिक गाय के बछिया को वैक्सीन लगाया जा चुका है. इस दौरान जिले के सभी प्रखंड में मौजूद पशु चिकित्सक को ये वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है. पशु चिकित्सक द्वारा घर-घर जाकर गाय की बछिया को वैक्सीन दी जा रही है.

आगे बताया कि ये वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी है, क्योकि जब गाय बड़ी होकर पाल खाती है और गर्भवती हो जाती है तो इस दौरान पाल गिराने की समस्या नहीं होगी. वहीं, अगर ये वैक्सीन बछिया को नहीं लगाया जाता है तो भविष्य में गाभिन तो होगी, लेकिन 6 से 8 महीने में पाल गिरा देगी. जिससे पशुपालकों को समस्या होगी. इतना हीं नहीं यह बीमारी संक्रमण होके घर की महिलाओं को भी हो सकती है. जिससे उन्हे एबोशन की समस्या हो जाती है.

उन्होंने आगे बताया कि यह रोग बेहद खतरनाक है. इस बीमारी से ग्रसित गाय के संपर्क में आने से इंसानों को भी हो सकता है. इससे ये बीमारी महिलाओं तक पहुंच सकती है. ऐसा होने से महिलाएं जब गर्भवती होंगी तो संक्रमण के कारण उनका गर्भपात खुद ब खुद हो जाएगा. इसलिए इस बीमारी से बचाव करना जरूरी है, ताकि पशुधन के साथ परिवार भी सुरक्षित रहे. अगर ये वैक्सीन गाय को लग जाती है तो भविष्य में समस्या नहीं होगी.