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Vegetarians Mutton Katrua Eating Benefits : बरसात के मौसम में सिर्फ 1 महीने के लिए मिलने वाला यह दुर्लभ जंगली मशरूम न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि डायबिटीज जैसी बीमारी को भी जड़ से खत्म करने की क्षमता रखता …और पढ़ें
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात गृह विज्ञान एक्सपर्ट डॉ विद्या गुप्ता ने बताया है कि कटरुआ एक ऐसी जंगली सब्जी है जिसे ‘जंगली मशरूम’ के नाम से भी जाना जाता है. कटरुआ को शाकाहारियों के लिए मटन का विकल्प माना जाता है. इसमें प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक होती है. कटरुआ में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है, जो मांसपेशियों के विकास और मरम्मत के लिए जरूरी है. इसके अलावा इसमें कैल्शियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है. कटरुआ विशेषतौर पर उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में पाया जाता है. ये तराई क्षेत्र में पीलीभीत और लखीमपुर खीरी के जंगलों में सागौन के पेड़ों की जड़ों के नीचे से खोद कर निकाला जाता है.
कटरुआ, डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद मानी जाते हैं. कटरुआ हृदय रोगों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है. यह कमजोरी और थकान को दूर करने में भी मदद करता है. इसमें विटामिन और खनिज भी भरपूर मात्रा में होते हैं. कटरुआ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हड्डियों में सूजन को कम करते हैं. यह खनिजों से भी भरपूर होता है जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं. आयुर्वेद के अनुसार, यह वात दोष को संतुलित करके जोड़ों के दर्द को कम करने में भी मदद करता है.
आसमान छूते हैं इसके भाव
पीलीभीत और लखीमपुर के जंगलों में पाया जाने वाला कटरुआ, जिसे किसान जान जोखिम में डालकर इसको खोदकर लाते हैं. बाजार में इसके भाव मटन से भी ज्यादा रहते हैं. ये 800 रुपए से लेकर 1 हजार रुपए प्रति किलो तक बिकता है. इसकी सब्जी बेहद ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है.
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