ठंड में बच्चों को बीमारियों से बचाएंगे ये घरेलू नुस्खे, दवाइयों की जरूरत नहीं

Last Updated:

Kids Health Tips: अगर बच्चे का बुखार 101°F से ज्यादा हो जाए, उसे सांस लेने में तकलीफ हो या फिर लगातार खांसी बढ़े, तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें. हर स्थिति में घरेलू नुस्खे काम नहीं करते हैं. जब लक्षण बढ़ जाएं, तब मेडिकल जांच जरूरी है. सर्दी-खांसी के इस मौसम में बच्चों को दवाई देने से पहले घरेलू नुस्खे अपनाना फायदेमंद हो सकता है.

बिलासपुर. जैसे-जैसे ठंड बढ़ने लगी है, सर्दी-खांसी और हल्का बुखार आम समस्या बनती जा रही है, खासकर छोटे बच्चों में. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ श्रीकांत गिरी ने लोकल 18 से कहा कि इस मौसम में अगर बच्चों को हल्की सर्दी या खांसी हो जाए, तो घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसे समय में घर पर मौजूद अदरक, तुलसी और शहद जैसे प्राकृतिक तत्वों से बच्चों को आराम मिल सकता है. उन्होंने कहा कि एलोपैथी दवाइयों की जरूरत तभी होती है, जब बुखार ज्यादा बढ़ जाए या बच्चा लगातार असहज महसूस करे.

डॉ गिरी बताते हैं कि सुबह और शाम के समय ठंडी हवाओं के संपर्क में आने से बच्चों को सर्दी-जुकाम जल्दी हो जाता है. ऐसे में अदरक और तुलसी के रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर देने से खांसी और गले में जमा कफ कम होता है. यह मिश्रण बच्चों के गले को आराम देता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है.

शहद के फायदे और उपयोग का तरीका
उन्होंने आगे कहा कि शहद बच्चों के लिए प्राकृतिक औषधि की तरह काम करता है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सर्दी और खांसी में तुरंत राहत देते हैं. एक चम्मच गुनगुने पानी में शहद मिलाकर देने से गले में जलन कम होती है. ध्यान रखें कि एक साल से छोटे बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.

तुलसी और अदरक का असरदार काढ़ा
उन्होंने कहा कि तुलसी के 4-5 पत्ते, अदरक का छोटा टुकड़ा और थोड़ा सा गुड़ पानी में उबालकर काढ़ा बना सकते हैं. इस काढ़े की भाप बच्चों को सूंघने दें या एक-दो चम्मच हल्का गुनगुना काढ़ा पिलाएं. इससे नाक बंद होने और गले की खराश में तुरंत राहत मिलती है.

बच्चों को ठंड से बचाने के उपाय
डॉ गिरी ने कहा कि ठंडी हवा और खुले स्थानों में बच्चों को ले जाने से बचें. रात में सोते समय उन्हें गरम कपड़ों में लपेटें. घर का वातावरण गर्म और साफ-सुथरा रखें. पानी की पर्याप्त मात्रा दें ताकि शरीर डिहाइड्रेशन से बचा रहे.

तब डॉक्टर की सलाह जरूरी
उन्होंने आगे कहा कि अगर बच्चे का बुखार 101°F से ज्यादा हो जाए, सांस लेने में तकलीफ हो या लगातार खांसी बढ़े, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. हर स्थिति में घरेलू नुस्खे काम नहीं करते. जब लक्षण बढ़ें, तब मेडिकल जांच जरूरी है. सर्दी-खांसी के मौसम में बच्चों को दवाई देने से पहले घरेलू नुस्खे अपनाना फायदेमंद है. अदरक, तुलसी और शहद जैसे प्राकृतिक तत्व न सिर्फ लक्षणों को कम करते हैं बल्कि बच्चों की इम्युनिटी भी मजबूत करते हैं.

Rahul Singh

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

ठंड में बच्चों को बीमारियों से बचाएंगे ये घरेलू नुस्खे, दवाइयों की जरूरत नहीं

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Share me..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *