शरीर में सूजन: जब किडनी सही से फिल्टर नहीं कर पाती, तो शरीर में अतिरिक्त फ्लूइड जमा होने लगता है. इससे पैरों, टखनों, हाथों और चेहरे पर सूजन दिखने लगती है. अगर यह सूजन सुबह-सुबह ज्यादा हो, तो यह किडनी की चेतावनी हो सकती है.

पेशाब के रंग और मात्रा में बदलाव: किडनी की समस्या के शुरुआती संकेतों में पेशाब का रंग बदलना शामिल है, बहुत गाढ़ा, बहुत हल्का, झागदार या खून मिश्रित पेशाब किडनी फेल होने की ओर इशारा कर सकता है.

लगातार थकान महसूस होना: किडनी सही से काम न करने पर शरीर में टॉक्सिन और अशुद्धियां जमा हो जाती हैं, जिससे थकान, कमजोरी और ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है.

भूख कम लगना: किडनी फेल होने की स्थिति में शरीर में वेस्ट मटेरियल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे भूख कम लगती है, मुंह में कड़वाहट आती है और बार-बार उल्टी या मिचली हो सकती है.

सांस फूलना: किडनी की खराबी से शरीर में फ्लूइड फेफड़ों में जमा हो सकता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई और सीने में भारीपन महसूस हो सकता है. साथ ही, एनीमिया की वजह से ऑक्सीजन की कमी भी सांस फूलने का कारण बनती है.

त्वचा में खुजली और रूखापन: किडनी खून से वेस्ट और अतिरिक्त मिनरल्स को निकालने का काम करती है. जब यह प्रक्रिया बिगड़ती है, तो शरीर में मिनरल्स का असंतुलन और टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, जिससे त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है.
Published at : 11 Aug 2025 05:31 PM (IST)
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