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Hazaribagh Tourist Spot: झारखंड का हजारीबाग जिला मानसून में अपनी हरियाली और झरनों के लिए प्रसिद्ध है. सलपर्णी, चमेली, बैलगिरी, भरत पिछड़वा और अमृतधारा झरने पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. यहां मानसून में पर्यटकों की भीड़ लग जाती है.
<strong>हजारीबाग:</strong> प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर झारखंड का हजारीबाग जिला हर मौसम में अपनी हरियाली और पहाड़ियों के लिए प्रसिद्ध रहा है. ऐसे में मानसून के आगमन के साथ ही यहां की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है. खासकर जिले में स्थित झरनों में पानी का बहाव तेज हो गया है, और उनका दृश्य मन मोह लेने वाला हो गया है.

मानसून के समय जिले के कई झरनों में पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेने के लिए हजारीबाग के इन झरनों की ओर रुख कर रहे हैं. इन झरनों के बीच 5 ऐसी जगहे हैं, जो मानसून के दौरान घूमने के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं.

हजारीबाग वन्य जीव अभ्यारण्य के भीतर स्थित सलपर्णी झरना जिला मुख्यालय से लगभग 22 किलोमीटर दूर है. गेट नंबर 2 से करीब 3 किलोमीटर अंदर जंगलों के बीच स्थित यह झरना ऑफ-रोडिंग का रोमांच और शांति दोनों का अनुभव देता है. यहां कैंटीन की सुविधा भी है, जिससे पर्यटक पूरे दिन आराम से समय बिता सकते हैं.

जिले का चमेली झरना सुंदर तो है, लेकिन काफी जोखिम भरा भी है. पत्थर की खदानों में बारिश का पानी भरने के बाद यह झरने जैसा दिखता है, लेकिन इसकी गहराई और सुरक्षा की कमी के कारण कई घटनाएं हो चुकी हैं.

बैलगिरी झरना, कटकमदाग प्रखंड के हारम गांव के पास स्थित है. लगभग 30 फीट ऊंचाई से गिरता यह झरना जंगलों और हरियाली के बीच स्थित है. यहां का मंगरदाहा नामक तालाब और आदिमानव के पदचिन्ह इसे और खास बनाते हैं.

जिले का भरत पिछड़वा झरना अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध है, लेकिन अत्यंत शांत स्थल है. यह झरना मानसून में महीने में अपने पूरे यौवन पर होता है. यहां हरियाली, वर्षा और जलधारा इसकी खूबसूरती को और भी बढ़ाते हैं.

जिले का अमृतधारा झरना अपने शीतल और स्वच्छ जल के लिए प्रसिद्ध है. मानसून के महीनों में इसका बहाव तेज हो जाता है और झरना बेहद आकर्षक लगता है.

इन झरनों के कारण मानसून के महीनों में हजारीबाग की खूबसूरती में इजाफा हुआ है. पर्यटक इन झरनों में घूमने के लिए पहुंचने लगे हैं.
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