Team India: भारतीय क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा इतनी तीव्र हो चुकी है कि एक बार टीम से बाहर हुए खिलाड़ी के लिए वापसी की राह बेहद कठिन हो जाती है. कुछ खिलाड़ी शानदार घरेलू प्रदर्शन से वापसी कर लेते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जिनके लिए टीम इंडिया का दरवाजा लगभग हमेशा के लिए बंद हो जाता है. यहां हम बात कर रहे हैं उन 10 भारतीय क्रिकेटरों की, जिनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी अब लगभग असंभव मानी जा रही है.
हनुमा विहारी
हनुमा विहारी ने 2021 के सिडनी टेस्ट में साहसी बल्लेबाजी कर टीम को ड्रॉ दिलाया था, लेकिन इसके बाद से उन्होंने कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. 2022 के बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया है.उनका भारतीय टीम में वापसी करना अब न के बराबर है.
युजवेंद्र चहल
35 साल के हो चुके चहल फिलहाल दो साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. उनके स्थान पर युवा स्पिनर्स को प्राथमिकता दी जा रही है. उम्र और हालिया फॉर्म को देखते हुए भारतीय टीम में उनकी वापसी अब मुश्किल लग रही है.
अजिंक्य रहाणे
टीम इंडिया के पूर्व उपकप्तान रह चुके रहाणे को अब घरेलू टूर्नामेंट्स में भी लगातार अनदेखा किया जा रहा है. दिलीप ट्रॉफी जैसी प्रतियोगिताओं में भी उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला, जिससे यह साफ है कि अब उनकी टीम में वापसी की संभावना बेहद कम है.
चेतेश्वर पुजारा
भारत के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा अब कमेंट्री करते नजर आ रहे हैं. उनकी क्रिकेट के मैदान से दूरी और उम्र को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि वो कभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सकते हैं.
विजय शंकर
विजय शंकर 2019 की वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का हिस्सा थे, लेकिन बीच टूर्नामेंट में ही चोट के बाद वो बाहर हो गए थे. उसके बाद शंकर टीम में वापसी नहीं कर सके. विजय शंकर घरेलू स्तर पर भी प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं और अब भारतीय टीम में वापस चयन से दूर हो चुके हैं.
जयदेव उनादकट
34 वर्षीय तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने 2010 में भारत के लिए डेब्यू किया था और 2023 में भारत की ओर से कुछ मुकाबले भी खेले थे, लेकिन बाद में वो टीम से फिर से बाहर हो गए थे. आज के समय में भारतीय टीम में युवा पेसर्स की भरमार के बीच उनकी जगह बनना अब मुश्किल है.
अमित मिश्रा
42 साल के मिश्रा ने भले ही अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा नहीं की है, लेकिन उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2017 में खेला था. भारतीय टीम में उनकी वापसी की संभावना न के बराबर है.
मनीष पांडे
मनीष पांडे 2021 के बाद से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन औसत रहा है, जिससे चयनकर्ता उन्हें टीम में दोबारा मौका नहीं दे रहे.
हर्षल पटेल
हर्षल पटेल आईपीएल में विकेट जरूर लेते हैं, लेकिन उनकी इकोनॉमी रेट हमेशा से चिंता का विषय रहा है. टीम इंडिया में इस समय तेज गेंदबाजों की लंबी कतार है, जिससे टीम में उनकी वापसी मुश्किल दिखती है.
दीपक हुड्डा
10 वनडे और 21 टी20 मैच खेलने के बाद से दीपक हुड्डा 2 साल से टीम से बाहर चल रहे हैं. आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन कुछ खाल नही रहा है, जिसके चलते उन्हें दोबारा टीम इंडिया में मौका मिलना मुश्किल लगता है.
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