नई दिल्ली: हरियाणा के एक बेहद पिछड़े छोटे से गांव जींद से निकल कर किसान का एक बेटा जो 6000 और सीधे हाथ की दो कटी उंगलियों को लेकर दिल्ली आया जिसने 23 साल की उम्र में अपना बिजनेस शुरू किया और आज 68 की उम्र में 6 करोड़ की कंपनी का मालिक है, नाम है इनका श्याम गुप्ता जोकि दिल्ली में मौजूद गार्गी डिजाइनर के मालिक हैं. इनका संघर्ष बेहद दिलचस्प है.
क्या है इनकी कहानी
हरियाणा के छोटे से गांव में 1957 में इनका जन्म हुआ. पिता किसान थे तो किसान होने के नाते पिता के साथ भैंस को पालते थे और खेती करते थे. एक दिन 10 साल की उम्र में चारा काटने की मशीन में दो उंगलियां फंस गई और इन्होंने अपने सीधे हाथ की दो उंगलियों को उसी में हमेशा के लिए गंवा दिया. गांव में कोई अस्पताल भी नहीं था, इसलिए पिता ने उंगलियों को साफ करके घी और हल्दी का पेस्ट बनाकर उंगलियों पर लगाया और कपड़ा बांधकर इन्हें हल्दी का दूध पिलाकर सुला दिया. इन्हीं दो कटी उंगलियों के साथ इन्होंने हाई स्कूल, इंटर और ग्रेजुएशन में अच्छे नंबरों से पास होने के बाद 1980 में दिल्ली में कदम रखा और यहां से इनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट आया.
इस तरह शुरू किया बिजनेस
श्याम गुप्ता बताते हैं कि जब 6000 रुपए लेकर वह दिल्ली आए, तो लगा कि 6000 तो बहुत कम हैं. इसी दौरान उन्होंने देखा कि दिल्ली में हर किसी को अच्छे कपड़े पहनने का शौक है. लोग बहुत खूबसूरत तरीके से कपड़े पहनते हैं. यही बात इनको आकर्षित की और इन्होंने 6000 रूपये लेकर कपड़ों का काम शुरू किया, लेकिन वहां पर ग्राहक नहीं थे जिस वजह से इनको उसे बंद करना पड़ गया.
बगल में ही एक दूसरे दर्जी थे जिन्होंने अपने साथ इन्हें काम का ऑफर दिया और इनको कपड़े कटी हुई उंगलियां के साथ ही काटना सिखाया. कैंची पकड़ाई और सिंगल पीस के साथ डबल पीस और ट्रिपल पीस तक काटना सिखाया और यहीं से काम करते-करते श्याम गुप्ता ने गार्गी डिजाइनर ब्रांड स्थापित किया. आज न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में इनका खुद का शोरूम है. बॉलीवुड सेलिब्रिटी, नेता और अभिनेता सभी के कपड़ों को पहनना पसंद करते हैं. आज उनकी कंपनी का टर्नओवर 6 करोड़ रुपए है.
श्याम गुप्ता ने बताया कि उनके संघर्ष की बात करें, तो कटी हुई उंगलियां थी. गांव में पैसा नहीं था. गरीबी अपने चरम पर थी. एक दिन स्कूल से उनके जूते खो गए और गांव से 10 किलोमीटर शहर की दूरी थी. जाने का कोई साधन नहीं था. सिर्फ साइकिल साधन थी. ऐसे में पिता ने कहा जब शहर जाएंगे तब जूते लेकर के आएंगे. कड़ाके की सर्दी में 15 दिनों तक श्याम गुप्ता बिना जूते के ही स्कूल गए. 15 दिन बाद उनके पिता ने उनको जूते लाकर दिए.
आज 6 करोड़ के हैं मालिक
वह कहते हैं कि 23 साल की उम्र में दिल्ली आए थे. आज 68 साल की उम्र में 6 करोड़ के मालिक है, लेकिन इसके पीछे लोगों के ताने भी हैं. लोगों ने बहुत ताने दिए. उनके खुद के परिवार के लोग भी ऐसे थे जो उनसे नफरत करने लगे थे, लेकिन सबको गलत साबित करते हुए इन्होंने आज बड़े कपड़े व्यापारी के तौर पर अपना नाम कमाया है. उन्होंने बताया कि गार्गी नाम गर्ग होने के नाते रखा और यह सलाह उनको उनके बड़े भाई ने दी थी. उन्होंने यह भी बताया कि माता पिता को वह दिल्ली ले आए थे. हालांकि, वो अब इस दुनिया में नहीं हैं.
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