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हमारे देश में हजारों साल से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पर विश्वास किया जाता रहा है, क्योंकि इसमें हर रोग का प्राकृतिक और असरदार इलाज मौजूद है. ऐसी ही एक बहुउपयोगी औषधि है एलोवेरा, जिसे आयुर्वेद में संजीवनी बूटी की तरह माना जाता है. हरे और कांटेदार पत्तों वाला यह पौधा दिखने में भले ही साधारण लगे, लेकिन इसके भीतर छुपे पोषक तत्व शरीर को कई गंभीर बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करते हैं. एलोवेरा का नियमित उपयोग स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना गया है.
वैसे हमारे यहां कई ऐसे पेड़-पौधे पाए जाते हैं, जिनका उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है. एलोवेरा भी एक ऐसा ही आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है. यह पौधा दिखने में हरा और कांटेदार होता है. इसमें कई तरह के औषधीय गुण मौजूद हैं. एलोवेरा न केवल त्वचा की देखभाल के लिए उपयोगी है, बल्कि हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक है. एलोवेरा के जूस, पत्तियों के रस और पत्तियों के गूदे का उपयोग विभिन्न रोगों को दूर करने में किया जाता है. यह प्राकृतिक उपचार के रूप में कई स्वास्थ्य समस्याओं में राहत प्रदान करता है.

जिला अस्पताल बाराबंकी के चिकित्सक डॉक्टर अमित वर्मा (एमडी मेडिसिन) ने बताया कि एलोवेरा एक ऐसा पौधा है जो हर जगह आसानी से मिल जाता है. इसमें बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जैसे – विटामिन A, C, E, फॉलिक एसिड, कोलीन, B1, B2, B3 और B6 तत्व, जो हमें कई बीमारियों से बचाते हैं.

मोटापा और वजन की समस्या में एलोवेरा काफी फायदेमंद होता है. खाने से पहले एलोवेरा जूस का सेवन करने से वजन कम होने में मदद मिलती है. हर दिन एक चम्मच एलोवेरा लेने से डाइजेस्टिव सिस्टम दुरुस्त रहता है. इसमें मौजूद विटामिन बी शरीर में जमा फैट को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है, जिससे वजन घटाने की प्रक्रिया तेज होती है.

मुंह के छालों में एलोवेरा काफी फायदेमंद साबित होता है. एलोवेरा जेल से न केवल छालों का इलाज संभव है, बल्कि इससे छालों से होने वाला दर्द भी काफी हद तक कम हो जाता है. इसमें मौजूद एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं. साथ ही, एलोवेरा में पाए जाने वाले अमीनो एसिड और विटामिन B1, B2, B6 और C त्वचा की मरम्मत और आराम में सहायक होते हैं. एलोवेरा का जूस मुंह के अंदर होने वाले छालों में राहत पहुंचाने का एक प्रभावी उपाय है.

कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए एलोवेरा का रस काफी लाभकारी होता है. एलोवेरा रस में बीटा सीटोस्टरोल नामक यौगिक पाया जाता है, जो शरीर में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है. नियमित रूप से इसके सेवन से हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को भी कम किया जा सकता है.

झुर्रियों से मुक्त त्वचा पाने के लिए एलोवेरा बेहद फायदेमंद होता है. यह एक प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और सूजन-रोधी (एंटी-इंफ्लेमेटरी) पौधा है, जो त्वचा को गहराई से मॉइस्चराइज करता है और मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाकर नई कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है. इसके नियमित उपयोग से त्वचा में कसाव आता है और झुर्रियों की समस्या धीरे-धीरे कम हो जाती है.

कब्ज की समस्या में एलोवेरा का रस बेहद लाभकारी होता है. इसका सेवन पेट और आंतों में जलन को शांत करता है. एलोवेरा रस चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (IBS), कोलाइटिस और अन्य आंतों से जुड़ी सूजन वाली समस्याओं में राहत देने में मदद कर सकता है. साथ ही, यह आंतों में फायदेमंद बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और मल त्याग आसान हो जाता है.