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Success Story: रंजीता देवी, इटहिया की निवासी, घरेलू काम छोड़कर स्वयं सहायता समूह से जुड़कर अगरबत्ती बनाकर आत्मनिर्भर बनीं. उनके समूह की 10 महिलाएं भी रोजगार पा रही हैं. आर्थिक बदलाव और आत्मबल मिला है.
टीमवर्क का मिल रहा सकारात्मक परिणाम
शुरू हुआ आर्थिक बदलाव
इटहिया गांव की बात करें तो इसे उत्तर प्रदेश टूरिज्म विभाग ने एक टूरिस्ट हब बनाने की भी प्रयास शुरू की है. इसके साथ ही यहां वोकल का लोकल को भी बढ़ावा दिया जा रहा है और इसके लिए लगातार प्रयास भी किया जा रहा है. रंजीता देवी बताती है कि आने वाले समय में वह मंदिर में जो फूल चढ़ाए जाते हैं और बाद में उन्हें फेंक दिया जाता है उन फूलों से वह अगरबत्ती बनाने की योजना बना रही हैं. उन्होंने फूलों से अगरबत्ती बनाने का ट्रायल भी कर लिया है और इस योजना पर आगे काम भी करने की सोच रही है और इसके लिए पूरा प्रयास भी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि खुद का काम शुरू करने के बाद उनके जीवन में आर्थिक बदलाव भी शुरू हुआ है जो एक आत्मबल देता है.
मीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. वर्तमान में News18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क मे…और पढ़ें
मीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. वर्तमान में News18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क मे… और पढ़ें
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