खाटूश्याम मंदिर से केवल 1.5 किलोमीटर दूर होगी ट्रेन: रींगस से केवल 15 मिनट में पहुंच सकेंगे, मॉडर्न स्टेशन पर दिखेगी शेखावाटी संस्कृति की झलक – Sikar News

खाटूश्याम में बनने वाला रेलवे स्टेशन का डेमो डिजाइन।

खाटूश्याम (सीकर) में रेलवे कनेक्टिविटी के लिए काम शुरू हो गया है। पिछले साल रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी।

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बुधवार (6) को लोकसभा में रेल मंत्री ने बताया कि रींगस-खाटूश्यामजी (17.49 किमी.) नई रेललाइन परियोजना पर करीब 254 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

साल 2025-26 के लिए 43 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो चुका है। बाबा श्याम की नगरी में बनने वाला रेलवे स्टेशन मंदिर से केवल 1.5 किलोमीटर की दूरी पर होगा। मॉर्डन फैसिलिटी वाले इस स्टेशन पर शेखावाटी संस्कृति की झलक भी दिखेगी।

सबसे पहले देखिए- कैसा नजर आए खाटूश्याम का रेलवे स्टेशन

खाटूश्यामजी रेलवे स्टेशन का जो डिजाइन बनाया गया है वो बेहद ही आकर्षक और खूबसूरत है।

अब पहले से ज्यादा जमीन ली जाएगी

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि अब प्रोजेक्ट के लिए 99 नहीं बल्कि 115 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। जिसमें खाटू, केरपुरा, तपीपल्या,आभावास, कोटड़ी धायलान, देवीपुरा, रींगस नगरपालिका क्षेत्र के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। अधिग्रहण होने के बाद टेंडर जारी होगा। इसके लिए स्थानीय प्रशासन फाइनल सर्वे करेगा।

केरपुरा-लामियां रोड के पास बनेगा स्टेशन

चारण मैदान से 100 मीटर आगे केरपुरा-लामियां रोड के बीच खाटूश्यामजी रेलवे स्टेशन बनेगा। इसके निर्माण में कला और संस्कृति का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

स्टेशन का डिजाइन खाटूश्यामजी मंदिर की थीम पर तैयार किया गया है। इसके दोनों तरफ बड़े-बड़े बरामदे होंगे। इसके अलावा स्टेशन पर शेखावाटी से जुड़ी पेंटिंग भी आकर्षित करेगी।

स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने एक बड़ा पार्क होगा। पार्क के बीचों-बीच एक फाउंटेन लगाया। पार्क के दोनों तरफ पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। स्टेशन के अंदर स्टॉल्स, पैसेंजर वेटिंग एरिया सहित तमाम सुविधाएं मिलेंगी।

मंदिर से स्टेशन की दूरी डेढ़ किमी

खाटू में जहां रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा उसकी मंदिर से दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है। यह दूरी इतनी कम है कि श्रद्धालु पैदल ही मंदिर तक जा सकते हैं।

रींगस-खाटूश्याम लाइन पर कहीं भी लेवल क्रॉसिंग नहीं बनाई जाएगी। यह वह क्रॉसिंग होती है जिसमें ट्रेन आने पर फाटक बंद करना पड़ता है।

इस रेल लाइन में कोई भी बड़ा ब्रिज नहीं होगा। रेलवे के इस प्रोजेक्ट में 8 माइनर और 21 अंडरब्रिज होंगे।

अभी रींगस से खाटू के बीच कोई स्टेशन नहीं

रींगस से खाटूश्यामजी के बीच कोई रेलवे स्टेशन नहीं है। इस स्टेशन के बनने के बाद ट्रेन रींगस से रवाना होने के बाद सीधे खाटूश्यामजी स्टेशन पहुंचेगी। रींगस से खाटूश्यामजी तक के 17.49 किलोमीटर के सफर में 15 से 25 मिनट का समय लगेगा।

फिलहाल खाटूनगरी तक पहुंचने के लिए रींगस सबसे महत्वपूर्ण जंक्शन है। यहां हर दिन हजारों की संख्या में भक्त देशभर से आते हैं।

फिलहाल खाटूनगरी तक पहुंचने के लिए रींगस सबसे महत्वपूर्ण जंक्शन है। यहां हर दिन हजारों की संख्या में भक्त देशभर से आते हैं।

रींगस में 70 ट्रेनों का हो रहा ठहराव

रींगस रेलवे स्टेशन पर करीब 70 ट्रेनों का ठहराव हो रहा है। यहां से उदयपुर, दिल्ली, इंदौर, बीकानेर, रामेश्वरम, फिरोजपुर, फुलेरा, रेवाड़ी, कोटा, हिसार, बांद्रा, चंडीगढ़, हैदराबाद, जयपुर, तिरुपति, जैसलमेर, अजमेर, सीकर, श्रीगंगानगर, मदार, चंडीगढ़, प्रयागराज, बठिंडा, चूरू, साबरमती, हरिद्वार, रोहतक, भावनगर, भिवानी, टनकपुर, गुवाहाटी सहित कई अन्य बड़े शहरों के लिए जाने वाली ट्रेनें निकलती हैं।

डेली 20 हजार भक्त पहुंचते हैं खाटूश्याम मंदिर

मंदिर में आम दिनों में भी करीब 20,000 श्रद्धालु दर्शन करते हैं। वीकेंड और हॉलिडे के दिन भीड़ ज्यादा रहती है। देवउठनी एकादशी के मौके पर खाटूश्याम बाबा का जन्मदिन होता है।

ऐसे में यहां भक्तों की संख्या एक लाख को पार कर जाती है। वहीं, फाल्गुन के महीने में लगने वाले मेले में भी दुनियाभर से भक्त बाबा श्याम के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं।

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