जानकारी के अनुसार यह घटना उस वक्त हुई जब गहरी नींद में सो रही गर्भवती महिला को जहरीले सांप ने काट लिया। घटना के वक्त महिला के साथ उसका पति भी सो रहा था जिसने पत्नी को अस्पताल की बजाए अलग-अलग तांत्रिक के पास ले जाकर झाड़-फूंक करवाता रहा और हालत में सुधार नहीं हुआ तो संजय गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
By Shyam Mishra
Publish Date: Mon, 18 Aug 2025 08:06:33 PM (IST)
Updated Date: Mon, 18 Aug 2025 08:06:33 PM (IST)
HighLights
- सर्पदंश के कारण महिला की गर्भवती पुत्री की मौत हो गई
- जिंदा करने के लिए मां तांत्रिक के पास ले जाने की जिद पर अड़ी
- काफी समझाइस देने के बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया
नईदुनिया प्रतिनिधि, रीवा। रीवा के संजय गांधी अस्पताल में एक मां का अंधविश्वास देखकर हर कोई हैरान रह गया। हालांकि इसे अंधविश्वास कहे या एक मां का अपनी पुत्री से अटूट प्यार, जो उसकी मौत के बाद भी जिंदा करने की जिद पर अड़ी रही।
सांप के काटने से हुई थी बेटी की मौत
दरअसल, सर्पदंश के कारण महिला के गर्भवती पुत्री की मौत हो गई, लेकिन उसको जिंदा करने के लिए मां तांत्रिक के पास ले जाने की जिद पर अड़ गई। अस्पताल परिसर में काफी देर तक हंगामा चलता रहा और बाद में मामला कुछ इस कदर बिगड़ता नजर आया कि पुलिस मौके पर पहुंच गई। फिलहाल काफी देर तक समझाइस देने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मर्चुरी में रखवाया गया है।
सोते वक्त सांप ने काटा
बता दें कि यह घटना सुबह 5 बजे उस वक्त हुई जब गहरी नींद में सो रही गर्भवती महिला को जहरीले सांप ने काट लिया। घटना के वक्त महिला के साथ उसका पति भी सो रहा था जिसने पत्नी को अस्पताल की बजाए अलग-अलग तांत्रिक के पास ले जाकर झाड़-फूंक करवाता रहा और हालत में सुधार नहीं हुआ तो संजय गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
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तांत्रिक के चक्कर में हुई मौत
दरअसल घटना सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र के मुतरला गांव की है। जहां रोशनी केवट अपने परिवार के साथ सो रही थी तभी सांप ने उसे काट लिया। सुबह 5 घटना के बाद से पति शुभम केवट उसे लेकर झाड़-फूंक कराने लगा, एक के बाद एक तांत्रिक बदलता रहा और जब अस्पताल लेकर पहुंचा तो उसकी मौत हो गई। इधर मौत के बाद मृतिका की मां ऊषा केवट किसी भी हाल में मृतिका के शव को तांत्रिक के पास ले जाने की जिद करने लगी।
पुलिस के समझाने के बाद हुआ पोस्टमार्टम
मृतिका की मां उषा केवट का दावा था कि 24 घंटे के भीतर यदि तांत्रिक के पास वह पहुंच जाएगी तो उसके बेटी की जान बच जाएगी। हालांकि काफी समझाइस देने के बाद भी जब वह नहीं मानी तो पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और कड़ी मशक्कत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मर्चुरी में शिफ्ट किया गया।
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