जरूरत की खबर- मानसून का सुपरफूड अरबी के पत्ते: 9 हेल्थ बेनिफिट्स, कच्चा या अधपका खाना खतरनाक, जानें किसे नहीं खाना चाहिए

2 मिनट पहलेलेखक: शिवाकान्त शुक्ल

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बारिश के मौसम में एक्सपर्ट्स हरी पत्तेदार सब्जियों से परहेज की सलाह देते हैं क्योंकि ये जल्दी संक्रमित हो सकती हैं। लेकिन एक पत्तेदार सब्जी ऐसी भी है, जो इस मौसम में आसानी से उपलब्ध होती है और बड़े चाव से खाई जाती है। यह है अरबी का पत्ता, जिसे ‘घुइयां का पत्ता’ भी कहते हैं। अंग्रेजी में इसे टैरो लीव्स (Taro leaves) कहा जाता है।

हार्ट शेप की हरे पत्ते वाली यह सब्जी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत का भी खजाना है। इसमें मौजूद विटामिन C, विटामिन A, फोलेट और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व और एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। यही कारण है कि मानसून में जब बाकी पत्तेदार सब्जियां न खाने की सलाह दी जाती है तो वहीं अरबी के पत्ते से बने व्यंजन पारंपरिक रूप से खाए जाते हैं।

‘साइंस डायरेक्ट’ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, अरबी के पत्तों में एंटीऑक्सिडेटिव, एंटी-डायबिटिक, एंटी-कैंसर, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया और हाई ब्लड प्रेशर समेत कई बीमारियों से बचाने में मददगार हैं।

तो चलिए, आज जरूरत की खबर में हम अरबी के पत्ते के हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-

  • अरबी के पत्ते में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
  • किन लोगों को अरबी के पत्ते नहीं खाने चाहिए?

एक्सपर्ट: डॉ. अनु अग्रवाल, न्यूट्रिशनिस्ट और ‘वनडाइटटुडे’ की फाउंडर

सवाल- अरबी के पत्ते में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?

जवाब- यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (USDA) के मुताबिक, अरबी के पत्ते कई जरूरी न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं। ये पत्ते कम कैलोरी और हाई फाइबर वाले होते हैं। साथ ही इनमें ऐसे विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी से लेकर हार्ट हेल्थ और हड्डियों तक को मजबूती देते हैं। नीचे दिए ग्राफिक से एक कप यानी लगभग 145 ग्राम पके हुए अरबी के पत्ते की न्यूट्रिशनल वैल्यू जानिए-

सवाल- अरबी के पत्ते हमारी सेहत के लिए कितने फायदेमंद हैं?

जवाब- अरबी के पत्तों में मौजूद डायटरी नाइट्रेट्स ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं। कोलेस्ट्रॉल फ्री और हाई फाइबर होने की वजह से ये हार्ट डिजीज के खतरे को कम करते हैं। इनमें मौजूद विटामिन C और पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग बनाते हैं।

यह विटामिन A का अच्छा सोर्स है, जो आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद है। कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर के कारण ये भूख को कंट्रोल करते हैं और वजन घटाने में मददगार हैं। इसमें पाया जाने वाला थ्रेओनिन नामक अमीनो एसिड कोलेजन और इलास्टिन बनने में मदद करता है, जिससे स्किन टाइट और जवां बनी रहती है। नीचे दिए ग्राफिक से अरबी के पत्तों के हेल्थ बेनिफिट्स को समझिए-

सवाल- अरबी के पत्तों को अपनी डाइट में कैसे शामिल किया जा सकता है?

जवाब- अरबी के पत्तों को कई स्वादिष्ट और पौष्टिक तरीकों से भोजन में शामिल किया जा सकता है। जैसेकि-

  • अरबी के पत्तों पर बेसन और मसालों का लेप लगाकर उन्हें रोल किया जाता है, फिर भाप में पकाया और तला जाता है। यह एक स्वादिष्ट स्नैक है, जो खासकर मानसून में पसंद किया जाता है। इसे कई नामों से जाना जाता है।
  • अरबी के पत्तों को काटकर आलू, चने या मूंग दाल के साथ सब्जी या ग्रेवी वाली करी में बनाया जा सकता है।
  • पत्तों को बारीक काटकर आटे में मिलाकर पराठा बनाया जा सकता है।
  • हल्का उबाल कर या पीसकर इसे वेजिटेबल सूप या स्टू में भी मिलाया जा सकता है।
  • गुजरात और महाराष्ट्र में इसे इडली, ढोकला या अन्य फरमेंटेड डिशेज में भी इस्तेमाल किया जाता है।
  • उबले या भाप में पके पत्तों को हल्के मसालों के साथ भूनकर स्वादिष्ट सब्जी बनाई जा सकती है।

सवाल- अरबी के पत्तों को पकाने का सही तरीका क्या है?

जवाब- कच्चे अरबी के पत्ते खाना खतरनाक हो सकता है क्योंकि इनमें ऑक्सलेट नामक तत्व होता है, जो गले में जलन या किडनी स्टोन जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए कोई भी डिश बनाने के लिए इन्हें सही तरीके से तैयार करना और पकाना बहुत जरूरी है।

इसके लिए सबसे पहले ताजे, हरे और बिना दाग वाले पत्तों को चुनें। डंठल काटें और पत्तों को बहते पानी में अच्छी तरह धो लें। अगर समय हो तो पत्तों को कुछ देर तक पानी में भिगो दें। इससे कुछ ऑक्सलेट निकल जाते हैं।

पत्तों को कम-से-कम 10-15 मिनट तक उबालें जब तक वे पूरी तरह मुलायम न हो जाएं। यह बेहद जरूरी है क्योंकि इससे जहरीले तत्व नष्ट हो जाते हैं। अब आप उबले पत्तों को अपने डिश के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

पकाते वक्त या उसके बाद इसमें नींबू, इमली या दही जैसी खट्टी चीजें डालें। ये ऑक्सलेट न्यूट्रलाइज करने में मदद करते हैं। ध्यान रखें कि कच्चे पत्तों को काटते समय हाथों में जलन या खुजली हो सकती है, इससे बचने के लिए ग्लव्स जरूर पहनें।

सवाल- क्या अरबी के पत्ते ज्यादा खाने से कोई समस्या भी हो सकती है?

जवाब- हां, अरबी के पत्तों के ज्यादा सेवन से कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। खासतौर पर तब जब इन्हें अधपका या कच्चा खा लिया जाए या फिर पहले से मौजूद किसी हेल्थ कंडीशन्स को नजरअंदाज किया जाए। इसे ज्यादा खाने से कुछ लोगों को गैस, ब्लोटिंग, पेट दर्द, गले में चुभन, जलन या खुजली हो सकती है। इसलिए इसे हफ्ते में एक-दो बार ही खाएं।

सवाल- किन लोगों को अरबी के पत्ते नहीं खाने चाहिए?

जवाब- अरबी के पत्ते में मौजूद ऑक्सलेट शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर किडनी स्टोन बना सकता है। इसलिए किडनी से जुड़ी किसी भी समस्या से पीड़ित लोगों और जिनको ऑक्सलेट सेंसिटिविटी है, उन्हें अरबी के पत्ते नहीं खाने चाहिए। इसके अलावा किसी क्रॉनिक हेल्थ कंडीशन से पीड़ित लोगों और बच्चों व गर्भवती महिलाओं को इसे खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

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