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Balaghat News: महकेपार के किसान जेडी पुष्पतोड़े ने लोकल 18 से कहा कि पठार अंचल के ज्यादातर किसान सीमांत काश्तकार हैं. फेंसिंग लगाना और झटका मशीन खरीदना किसानों के लिए महंगा पड़ता है. ऐसे में उन्होंने एक कमाल का…और पढ़ें
बालाघाट जिले को यूं तो धान की खेती के लिए जाना जाता है लेकिन जिले के कुछ इलाकों में गन्ने की खेती भी की जाती है. गन्ने की खेती के साथ एक समस्या यह भी होती है कि जब गन्ना बड़ा होता है, तो झाड़ी और खाने की सुविधा देख जंगली सुअरों का प्रकोप गन्ने के खेतों पर पड़ता है. इसमें वे खेत की लगभग 25 फीसदी फसल को नुकसान पहुंचा देते हैं. इस समस्या को देखते हुए महकेपार के किसान भाई जेडी पुष्पतोड़े ने गजब समाधान खोजा.
सस्ता जुगाड़ बड़ा कमाल
महकेपार के उन्नत किसान जेडी पुष्पतोड़े ने लोकल 18 से कहा कि पठार अंचल के ज्यादातर किसान सीमांत किसान हैं. फेंसिंग लगाना और झटका मशीन खरीदना किसानों के लिए महंगा पड़ता था. ऐसे में उन्होंने एक बोतल में सिर्फ फिनाइल और डामर गोली डालकर ऐसा जुगाड़ तैयार किया, जिसकी दुर्गंध से वन्यजीव खेतों की तरफ नहीं आते हैं और किसानों को राहत मिलती है.
एक एकड़ के लिए पांच बोतल काफी
उन्होंने कहा कि यह काम वह चार साल से कर रहे हैं, जिसके अच्छे परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं. इसमें पहले वह बोतल को खुला रखते थे लेकिन बारिश में पानी मिल जाने से प्रभाव कम हो जाता था लेकिन अब इसमें सुधार कर उसमें ढक्कन लगाया गया है और बोतल में छोटे-छोटे छेद कर दिए, जिसकी दुर्गंध से कोई वन्यजीव वहां नहीं टिकता है. इसकी एक बोतल लगाने में 10 रुपये भी नहीं लगते हैं. वहीं एक एकड़ खेत के लिए पांच बोतल काफी हैं.
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