किसान ने निकाला तगड़ा जुगाड़…खेत में टांगी ये बोतल, आसपास भी नहीं आते जानवर

Last Updated:

Balaghat News: महकेपार के किसान जेडी पुष्पतोड़े ने लोकल 18 से कहा कि पठार अंचल के ज्यादातर किसान सीमांत काश्तकार हैं. फेंसिंग लगाना और झटका मशीन खरीदना किसानों के लिए महंगा पड़ता है. ऐसे में उन्होंने एक कमाल का…और पढ़ें

बालाघाट. बीते कुछ सालों से किसानों के सामने नई चुनौतियां बढ़ी हैं. इनमें से एक खेत को आवारा पशु और वन्य प्राणियों से बचाने की भी है. इनके प्रकोप से खेतों में होने वाली उपज पर काफी असर पड़ता है, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है लेकिन काश्तकारों ने अब एक ऐसा जुगाड़ लगाया है, जो न सिर्फ कारगर है बल्कि किफायती भी साबित हुआ. दरअसल मध्य प्रदेश के बालाघाट जिला मुख्यालय से करीब 75 किलोमीटर दूर महकेपार गांव के किसानों ने गजब का जुगाड़ लगाया है, जिससे वन्य प्राणी खेतों के आसपास भटकते भी नहीं है.

बालाघाट जिले को यूं तो धान की खेती के लिए जाना जाता है लेकिन जिले के कुछ इलाकों में गन्ने की खेती भी की जाती है. गन्ने की खेती के साथ एक समस्या यह भी होती है कि जब गन्ना बड़ा होता है, तो झाड़ी और खाने की सुविधा देख जंगली सुअरों का प्रकोप गन्ने के खेतों पर पड़ता है. इसमें वे खेत की लगभग 25 फीसदी फसल को नुकसान पहुंचा देते हैं. इस समस्या को देखते हुए महकेपार के किसान भाई जेडी पुष्पतोड़े ने गजब समाधान खोजा.

Agriculture news: मचान पर उगाएं सब्जियां, कमाएं दोगुना! किसानों को मिलेगा 50% अनुदान, ऐसे उठाएं लाभ

सस्ता जुगाड़ बड़ा कमाल
महकेपार के उन्नत किसान जेडी पुष्पतोड़े ने लोकल 18 से कहा कि पठार अंचल के ज्यादातर किसान सीमांत किसान हैं. फेंसिंग लगाना और झटका मशीन खरीदना किसानों के लिए महंगा पड़ता था. ऐसे में उन्होंने एक बोतल में सिर्फ फिनाइल और डामर गोली डालकर ऐसा जुगाड़ तैयार किया, जिसकी दुर्गंध से वन्यजीव खेतों की तरफ नहीं आते हैं और किसानों को राहत मिलती है.

एक एकड़ के लिए पांच बोतल काफी
उन्होंने कहा कि यह काम वह चार साल से कर रहे हैं, जिसके अच्छे परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं. इसमें पहले वह बोतल को खुला रखते थे लेकिन बारिश में पानी मिल जाने से प्रभाव कम हो जाता था लेकिन अब इसमें सुधार कर उसमें ढक्कन लगाया गया है और बोतल में छोटे-छोटे छेद कर दिए, जिसकी दुर्गंध से कोई वन्यजीव वहां नहीं टिकता है. इसकी एक बोतल लगाने में 10 रुपये भी नहीं लगते हैं. वहीं एक एकड़ खेत के लिए पांच बोतल काफी हैं.

homelifestyle

किसान ने निकाला तगड़ा जुगाड़…खेत में टांगी ये बोतल, आसपास भी नहीं आते जानवर

.

Source link

Share me..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *