Tata Group IPO 2025: करीब दो साल बाद टाटा समूह की एक कंपनी शेयर बाजार में दस्तक देने जा रही है. यह कंपनी है टाटा कैपिटल, जो टाटा समूह की एक प्रमुख नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) है. कंपनी ने सोमवार को बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर दिया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस आईपीओ का आकार लगभग 2 अरब अमेरिकी डॉलर हो सकता है, जिससे कंपनी का कुल मूल्यांकन करीब 11 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है.
2 साल बाद टाटा ग्रुप का आईपीओ
अगर यह आईपीओ सफल होता है, तो यह देश के वित्तीय क्षेत्र का अब तक का सबसे बड़ा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) बन सकता है. नवंबर 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज़ की लिस्टिंग के बाद, यह टाटा समूह का हाल के वर्षों में दूसरा आईपीओ होगा. सेबी को दिए गए दस्तावेज़ों के अनुसार, टाटा कैपिटल 21 करोड़ फ्रेश शेयर जारी करेगी और साथ ही 23 करोड़ इक्विटी शेयर टाटा संस द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचे जाएंगे.
कंपनी का क्या है रिकॉर्ड
इसके अतिरिक्त, 3.58 करोड़ शेयर इंटरनेशनल फाइनेंशियल कॉरपोरेशन के जरिए ऑफलोड किए जाएंगे. हालांकि अभी तक टाटा कैपिटल ने इस आईपीओ की तारीख और प्राइस बैंड की घोषणा नहीं की है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस संबंध में घोषणा की जाएगी. टाटा कैपिटल की बात करें तो यह भारतीय रिजर्व बैंक के नियमन के तहत एक महत्वपूर्ण NBFC है, जिसे सितंबर 2025 तक अपना आईपीओ लाना अनिवार्य है.
वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का शुद्ध लाभ 10 प्रतिशत बढ़कर ₹3,655 करोड़ पहुंच गया, जबकि राजस्व में भी 57 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई. इन मजबूत वित्तीय परिणामों के साथ, टाटा कैपिटल का आईपीओ निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है.
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