मुंबई11 मिनट पहले
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हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार, 8 अगस्त को सेंसेक्स 765 अंक गिरकर 79,857 पर बंद हुआ था।
शेयर बाजार के लिए 12 अगस्त की तारीख अहम है। वेल्थव्यू एनालिटिक्स के डायरेक्टर हर्षुभ शाह के मुताबिक इस दिन ट्रेडर्स को अलर्ट रहना चाहिए। बाजार में बड़ा मोमेंटम दिख सकता है।
इसके अलावा 11 जुलाई से शुरू होने वाली हफ्ते में महंगाई दर का डेटा, ट्रम्प-पुतिन की मीटिंग से लेकर विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री और टेक्निकल फैक्टर्स बाजार की चाल तय करेंगे।
चलिए समझते हैं कि इस हफ्ते बाजार में क्या हो सकता है…
सपोर्ट जोन: 24,331 / 24,143 / 23,875 / 23,320 / 22,868
सपोर्ट यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को नीचे गिरने से सहारा मिलता है। यहां खरीदारी बढ़ने से कीमत आसानी से नीचे नहीं जाती। इन स्तरों पर खरीदारी का मौका मिल सकता है।
रेजिस्टेंस जोन: 24,380 / 24,450 / 24,540 / 24,650 / 24,808 / 24,850
रेजिस्टेंस यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को ऊपर जाने में रुकावट आती है। ऐसा बिकवाली बढ़ने से होता है। अगर निफ्टी रजिस्टेंस जोन को पार करता है, तो नई तेजी आ सकती है।

शेयर बाजार के लिए अहम तारीख
वेल्थव्यू एनालिटिक्स ने अपनी वीकली रिपोर्ट में 12 अगस्त की तारीख को हाइलाइट किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 12 तारीख (±1 डे) पर बड़ा मूवमेंट आ सकता है।
ये मोमेंटम बेयर्स और बुल्स दोनों को सरप्राइज कर सकता है। अगर आप ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इस दिन एक्स्ट्रा सतर्क रहें। मोमेंटम अचानक बदल सकता है।
8 अगस्त की बताई तारीख पर दिखी थी तेज गिरावट
वेल्थव्यू एनालिटिक्स के डायरेक्टर हर्षुभ शाह ने पिछली रिपोर्ट में बताया था कि 8 अगस्त को बड़ा मूवमेंट दिख सकता है और बिल्कुल वैसा ही हुआ।
इस दिन निफ्टी में 232 पॉइंट्स की गिरावट आई। वहीं इस रिपोर्ट में 7 अगस्त को एक वोलेटाइल दिन के तौर पर हाइलाइट किया गया था। इस दिन तेज इंट्राडे उतार-चढ़ाव दिखा।
अब 5 फैक्टर्स जो बाजार की दिशा तय कर सकते हैं…
1. महंगाई के आंकड़े: रिटेल महंगाई दर के आंकड़े 12 अगस्त और थोक महंगाई के आंकड़े 14 अगस्त को जारी होंगे। उम्मीद की जा रही है कि जुलाई में महंगाई दर और कम हो सकती है।
जून महीने में रिटेल महंगाई घटकर 2.10% पर आ गई थी। ये 77 महीने का निचला स्तर था। खाने-पीने के सामान की कीमतों में लगातार नरमी के कारण रिटेल महंगाई घटी थी।
वहीं जून महीने में थोक महंगाई घटकर माइनस 0.13% पर आ गई थी। ये इसका 20 महीने का निचला स्तर था।
2. ट्रंप-पुतिन मुलाकात: अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार, 15 अगस्त को अलास्का में मिलेंगे। ये मुलाकात पूरी दुनिया की नजरों में होगी।
इससे रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने का रास्ता खुल सकता है। ये युद्ध 24 फरवरी 2022 को रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से चल रहा है।

3. विदेशी निवेशक: कैश सेगमेंट में, FPI ने जुलाई में 47,666.68 करोड़ रुपए के शेयर बेचे और अगस्त में अब तक उन्होंने 14,018.87 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए है।
हालांकि, शुक्रवार, 8 अगस्त को उन्होंने कैश सेगमेंट में 1,932.81 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। ये कहना अभी जल्दबाजी होगी कि FPI की खरीदारी का ये ट्रेंड बना रहेगा।
ऐसा इसलिए क्योंकि टैरिफ की अनिश्चितता और कमजोर कॉरपोरेट अर्निंग्स की वजह से मार्केट का शॉर्ट-टर्म आउटलुक धुंधला बना हुआ है।
अगर FPI 8 अगस्त की तरह भारतीय शेयरों की खरीदारी जारी रखते हैं, तो ये घरेलू मार्केट को सपोर्ट देगा और शायद बेंचमार्क इंडेक्स जून से चली आ रही अपनी रेंज से बाहर निकल सकें।
4. कंपनियों के नतीजे: निवेशक इस हफ्ते कुछ प्रमुख कंपनियों की कमाई पर भी नजर रखेंगे। BSE के मुताबिक आने वाले हफ्ते में 2,000 से ज्यादा कंपनियां अपनी जून तिमाही के नतीजे घोषित करेंगी। इनमें बजाज कंज्यूमर केयर, अशोक लेलैंड, ONGC, IOC, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, BPCL, और हिंदुस्तान कॉपर शामिल है।
5. टेक्निकल फैक्टर्स: SBI सिक्योरिटीज में टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च के हेड सुदीप शाह के मुताबिक 24,200-24,150 का जोन इंडेक्स के लिए अहम सपोर्ट का काम करेगा।
ये जोन इसलिए खास है क्योंकि ये 200-दिन के EMA लेवल और पिछले अपवर्ड रैली (21,743-25,669) के 38.2% फिबोनाची रिट्रेसमेंट लेवल का जंक्शन पॉइंट है।
अगर इंडेक्स 24,150 के नीचे फिसलता है, तो ये नीचे की ओर 23,750 तक जा सकता है। वहीं, ऊपर की तरफ 24,570-24,600 का 100-दिन का EMA ज़ोन इंडेक्स के लिए एक बड़ी रुकावट होगा।
सेंसेक्स 4 महीने बाद 80 हजार के नीचे आया
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार, 8 अगस्त को सेंसेक्स 765 अंक गिरकर 79,857 पर बंद हुआ। 4 महीने बाद यह 80 हजार के नीचे आया है। इससे पहले 9 मई को बाजार 79,454 पर आ गया था। निफ्टी में भी 246 अंक की गिरावट रही, ये 24,350 पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 5 में तेजी और 25 में गिरावट रही।

डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी और सीखने के लिए है। ऊपर दी गई राय और सलाह व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि दैनिक भास्कर की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि कोई भी निवेश फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड विशेषज्ञों से सलाह जरूर लें।
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