Gudhal ke fayde: कई लोग अपने बगीचों में गुलाब, गेंदा, चंपा, चमेली के फूल लगाते हैं. ये सभी रंग-बिरंगे फूल न सिर्फ गार्डन की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि इनकी खुशबू से वातावरण भी महक उठता है. एक ऐसा ही फूल है गुड़हल का, जो आपके आशियाने, गार्डन को बेहद रंग-बिरंगा तो बनाएगा ही, साथ ही इसके सेवन से कई शारीरिक समस्या भी दूर होगी. गुड़हल का फूल ढेरों औषधीय गुणों से भरपूर होता है. ये फूल देखने में जितना सुंदर और कई रंगों में खिलता है, उतना ही सेहत के लिए भी फायदेमंद है.जानिए गुड़हल के फूल के फायदों के बारे में यहां.
गुड़हल के फूल के फायदे (Gudhal ke fayde)
-आयुर्वेद में इस फूल का विशेष स्थान है. लाल, गुलाबी, नारंगी, पीले रंगों में खिलता है ये फूल.आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार, गुड़हल के नियमित सेवन से कब्ज, खांसी-जुकाम, अनिद्रा, और हृदय रोग जैसी कई समस्याओं से राहत मिल सकती है.
-डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी (एमडी) का कहना है कि गुड़हल के फूल में औषघीय गुणों का खजाना होता है. आयुर्वेद में गुड़हल को ‘जपा’ कहते हैं.
-गुड़हल कई समस्याओं का सरल और प्रभावी समाधान है. गुड़हल के फूल बालों की समस्याओं को दूर करता है. इस फूल से पेस्ट बनाकर बालों और स्कैल्प पर लगाएं. रूसी की समस्या दूर होगी. बाल चमकदार बनते हैं.
-गुड़हल के पेस्ट में थोड़ा सा आंवला का पाउडर मिक्स करें. इसे बालों में इस्तेमाल करने से बाल लंबे और घने होंगे. साथ ही जिन लोगों को नींद नहीं आती है, वे गुड़हल का शर्बत पीकर देखें. ताजे फूलों को मिश्री के साथ मिलाकर बनाया गया शर्बत नींद लाने में मदद करता है
-गुड़हल की कली को पीसकर पीने से ल्यूकोरिया में राहत मिलती है. ल्यूकोरिया महिलाओं में होने वाली एक समस्या है. साथ ही इसका चूर्ण दूध में मिलाकर सुबह के समय पीने से खून की कमी दूर होती है.इम्यूनिटी बढ़ती है.यह पीरियड्स में होने वाली तकलीफों को भी दूर करता है.
-पेट की समस्याओं और मुंह के छालों में भी गुड़हल कारगर है. गुड़हल की जड़ को चबाने से मुंह के छाले ठीक हो सकते हैं. इसके पत्तों से बना काढ़ा बुखार, खांसी और जुकाम में लाभकारी है.