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Success Story: बरेली के रहने वाले एक युवक की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस शख्स ने बताया कि कैसे उसने मुश्किल हालातों के बावजूद हार नहीं मानी और अब 35 साल की उम्र में न सिर्फ दो शहरों में अपने फ्लैट …और पढ़ें
ना IIT, ना विदेश – फिर भी 35 की उम्र में बना दो घरों का मालिक
हाइलाइट्स
- बरेली के युवक ने 7000 रुपये की नौकरी से शुरुआत की.
- 35 साल की उम्र में नोएडा और बेंगलुरु में 2 फ्लैट खरीदे.
- युवक ने अनुशासन, बचत और सादगी से सफलता पाई.
रेडिट पर लिखी गई इस पोस्ट में उन्होंने बताया कि यह कोई ‘रैग्स टू रिचेज’ (Rags To Riches) यानी गरीबी से अमीरी तक की कहानी नहीं है, बल्कि यह “जब छोड़ देना आसान था, तब भी डटे रहने” की कहानी है.
युवक का जन्म साल 1990 में झुमका सिटी कहे जाने वाले बरेली में हुआ. पढ़ाई में कमजोर थे, कई बार फेल हुए और इंजीनियरिंग, बैंकिंग और सिविल सेवा की परीक्षाओं में असफल रहे. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. साल 2013 में नोएडा में 7,000 रुपये की नौकरी से शुरुआत की. फिर CDAC से कोर्स करके बेंगलुरु में बेहतर नौकरी पाई.
हर महीने बचाना जरूरी
युवक ने बताया कि कैसे एक सीनियर HR ने उन्हें समझाया कि बचत को किराए की तरह मानो यानी हर महीने बचाना जरूरी है, जैसे घर का किराया देना. साथ ही उन्होंने क्रेडिट कार्ड से दूरी बनाई और हर खर्च पर नजर रखी. धीरे-धीरे बचत और निवेश (FD, SIP और स्टॉक्स) से पैसे जोड़ते गए. साल 2018 तक उन्होंने 5 लाख रुपये बचा लिए थे और नई नौकरी से बोनस मिलाकर 7 लाख रुपये इकट्ठा किया. इससे नोएडा में पहला फ्लैट खरीदा. इसके लिए उन्होंने अपने पापा की मदद से डाउन पेमेंट किया और करीब 55-60 लाख रुपये का लोन लिया.
EMI चुकाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. साल में 12 की बजाय 14 EMI दीं और हर बोनस को लोन घटाने में लगाया. साल 2021 में शादी हुई और साल 2023 में बेंगलुरु में दूसरा फ्लैट लिया. इसके अलावा कार के लिए भी लोन लिया. लेकिन आज वे कुल तीनों लोन का 75-80 फीसदी चुका चुके हैं.
हार नहीं मानी, सपने पूरे किए
उन्होंने कहा कि वो कभी टॉपर नहीं थे, आईआईटी नहीं निकाला, विदेश नहीं गए, लेकिन हार नहीं मानी. उनकी सफलता की कुंजी थी – अनुशासन, लगातार बचत, सादगी भरा जीवन और आत्मनिर्भरता. पोस्ट के आखिर में उन्होंने लिखा, “मैंने तारीफ के लिए नहीं, शांति के लिए मेहनत की. आज मेरी एक खुशहाल शादी है, 2 घर हैं और एक बच्चा है जो जानता है कि उसके पापा कभी हार नहीं मानते.”
प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. …और पढ़ें
प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. … और पढ़ें
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