नर्मदा में डूबा सॉफ्टवेयर इंजीनियर रामकृष्ण बिरला।
तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में नर्मदा स्नान के दौरान फिर एक दर्दनाक हादसा हो गया। घर पर आए दोस्तों को लेकर ओंकारेश्वर पहुंचा एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर डूब गया। वह फिलहाल लापता हैं, गोताखोरों ने कुछ देर तक रेस्क्यू किया, फिर गहरे पानी का हवाला देकर किसी प्रकार
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नर्मदा में डूबने वाले शख्स की पहचान खरगोन जिले के भूलगांव (बैड़िया) निवासी रामकृष्ण बिरला के रूप में हुई है। वह किसी मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टेवयर इंजीनियर हैं। फिलहाल, वर्क फॉर होम पर था। बताते है कि जन्माष्टमी के त्योहार पर रामकृष्ण के खरगोन और राजस्थान के रहने वाले दोस्त उसके घर आए थे। तीर्थनगरी ओंकारेश्वर घर के नजदीक होने के कारण वह दोस्तों को ओंकारेश्वर घूमाने लाया था।
रविवार सुबह ओंकारेश्वर पहुंचे रामकृष्ण और उसके दोस्तों ने नर्मदा स्नान के लिए नागर घाट को चुना। लेकिन रामकृष्ण और उसके दोस्त नागर घाट पर स्नान न करते हुए अभय घाट की ओर चट्टानों तरफ चले गए। नर्मदा नदी का तेज बहाव होने के चलते स्नान के दौरान रामकृष्ण का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चले गया।
दोस्तों के साथ ही नाविकों ने बचाने की कोशिश की लेकिन वह बह निकला। पानी के तेज बहाव के कारण किसी ने रिस्क नहीं लिया। सूचना के बाद पहुंचे गोताखाेरों ने सर्चिंग शुरू की लेकिन देर शाम तक सफलता नहीं मिली। गोताखोरों ने भी रिस्क लेने से मना कर दिया।
3 बहनों में इकलौते भाई की जनवरी में होनी थी शादी
रामकृष्ण के पिता शांतिलाल बिरला की चार संतानें हैं, इनमें रामकृष्ण इकलौता बेटा हैं, वहीं उसकी तीन बहनें हैं। इकलौता बेटा होने की वजह से पिता ने उसकी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। परिजन के मुताबिक, रामकृष्ण की उम्र 23 साल थी। पढ़ाई पूरी होने के बाद पिछले साल से ही वह जॉब करने लगा था। शादी के लिए रिश्ता भी तय हो चुका था। जनवरी 2026 में शादी होने वाली थी। परिवार के लोग बेटे की सलामती के लिए मिन्नतें कर रहे हैं।
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