घंटों वॉशरूम में बैठकर थक गए? अमरूद की दो पत्तियां करेंगी आपको फटाफट फ्री!

कब्ज यानी पेट साफ न होना… यह समस्या आज के समय में हर तीसरे व्यक्ति को परेशान कर रही है. गैस, पेट फूलना, भारीपन, भूख न लगना और आलस जैसे लक्षण कब्ज से ही जुड़े हैं. ज़्यादातर लोग तुरंत राहत के लिए अंग्रेजी दवाओं या गोलियों का सहारा लेते हैं, जो कुछ समय के लिए राहत तो देती हैं लेकिन जड़ से समाधान नहीं करतीं. वहीं आयुर्वेद में इसका इलाज बिना किसी साइड इफेक्ट के बड़े ही सरल और देसी तरीके से मौजूद है.आज हम आपको बताएंगे एक ऐसा पुराना आयुर्वेदिक नुस्खा जिसमें केवल 2 अमरूद की पत्तियां रोज़ खाकर आप कब्ज की जड़ से छुटकारा पा सकते हैं.

कब्ज क्या है और क्यों होती है?
कब्ज तब होती है जब आंतों की गति धीमी हो जाती है और मल सही समय पर बाहर नहीं निकल पाता। इसके कई कारण हो सकते हैं:
पानी की कमी
फाइबर की कमी
शारीरिक गतिविधियों का अभाव
तनाव और चिंता
तेली-भारी खाना
बार-बार फास्ट फूड खाना

अगर कब्ज लंबे समय तक बनी रहे, तो यह बवासीर, फिशर, सिर दर्द, पेट की बीमारियों और यहां तक कि त्वचा रोग का कारण भी बन सकती है.

 आयुर्वेदिक इलाज: अमरूद की पत्ती
अमरूद की पत्तियां, जो आम तौर पर हमारे घरों के आसपास पाई जाती हैं, कब्ज के इलाज में अत्यंत लाभकारी होती हैं. आयुर्वेद में अमरूद की पत्तियों को पाचन क्रिया को सुधारने वाला और शरीर को अंदर से शुद्ध करने वाला माना गया है.
अमरूद की पत्तियों में पाए जाने वाले तत्व:
टैनिन्स
फाइबर
विटामिन सी
फ्लावोनॉइड्स
एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुण

यह तत्व आंतों को एक्टिव करते हैं, पाचन क्रिया को तेज करते हैं और मल को नरम बनाकर बाहर निकालने में मदद करते हैं.

 कैसे करें सेवन? (विधि)
तरीका 1:
सुबह खाली पेट 2 ताज़ी अमरूद की कोमल हरी पत्तियां तोड़ें।इन्हें धोकर अच्छी तरह चबाकर खा लें. ऊपर से एक गिलास गुनगुना पानी पी लें.
तरीका 2 (अगर पत्तियां चबाना मुश्किल हो):
2-3 अमरूद की पत्तियों को एक कप पानी में उबालें।जब पानी आधा रह जाए तो छानकर हल्का गुनगुना होने पर पी लें. इसे सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले पी सकते हैं.

अमरूद की पत्तियां कैसे काम करती हैं?
ये पाचन रसों के स्त्राव को बढ़ावा देती हैं
आंतों की सफाई में मदद करती हैं
गैस, पेट फूलना, जलन जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं
फाइबर की मात्रा बढ़ाकर मल को सॉफ्ट बनाती हैं.

ध्यान देने योग्य बातें:
हमेशा ताज़ी, कीटनाशक मुक्त पत्तियों का उपयोग करें
एक बार में 2-3 पत्तियों से ज्यादा न खाएं
गर्भवती महिलाएं और बहुत छोटे बच्चों को बिना वैद्य की सलाह के सेवन न कराएं
अगर किसी को अमरूद या इसकी पत्तियों से एलर्जी हो तो न लें.

अन्य आयुर्वेदिक उपाय (अगर कब्ज पुराना है):
त्रिफला चूर्ण का सेवन रात को गर्म पानी के साथ
ईसबगोल भूसी को दूध या पानी के साथ लेना
गुनगुना पानी दिनभर में बार-बार पीना
सुबह टहलना और पेट पर हल्की मालिश
आज की दौड़ती-भागती ज़िंदगी में कब्ज जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं, लेकिन इनका समाधान भी हमारे आसपास मौजूद है. अमरूद की साधारण-सी पत्ती, जो अक्सर हम नज़रअंदाज़ कर देते हैं, आयुर्वेदिक दृष्टि से पेट की सफाई में रामबाण का काम करती है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Source link

Share me..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *