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Sagar Ajab Gajab Story: मध्य प्रदेश के सागर में 48 साल से साथ रह रहे पति-पत्नी की प्रेम कहानी का अंत बेहद मार्मिक हुआ. पत्नी की मौत की खबर सुनते ही पति नारायण रैकवार भी सदमे से चल बसे. दोनों की चिताएं एक साथ ज…और पढ़ें
पत्नी का निधन, पति को लगा सदमा
मिली जानकारी के अनुसार, बीना के भीम वार्ड निवासी शिवकुमारी रैकवार पिछले कई दिनों से बीमार थीं. विदिशा मेडिकल कॉलेज और भोपाल हमीदिया अस्पताल में उनका इलाज चला, लेकिन हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने जवाब दे दिया. उन्हें घर ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनका निधन हो गया.
एक ही दिन टूटा 48 साल का साथ
नारायण और शिवकुमारी पिछले 48 सालों से एक-दूसरे का सहारा बने हुए थे. पत्नी का निर्जीव शरीर देखते ही पति ने भी अपनी प्राण त्याग दिए. देखते-ही-देखते परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. तीन बेटे और एक बेटी पलभर में अनाथ हो गए.
गांववालों और रिश्तेदारों ने मिलकर घर पर दोनों की अर्थी सजाई और उन्हें अंतिम यात्रा पर ले जाया गया. श्मशान घाट पर पति-पत्नी की चिताओं को सिर्फ एक मीटर की दूरी पर रखा गया और एक साथ मुखाग्नि दी गई. यह दृश्य देखकर मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गईं.
प्रेम की मिसाल बने रैकवार दंपत्ति
गांव में इस घटना की चर्चा हर जगह हो रही है. लोग कह रहे हैं कि यह सच्चे प्रेम की मिसाल है. पति-पत्नी के बीच इतना गहरा रिश्ता था कि एक-दूसरे के बिना रहना नामुमकिन था.
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