मच्छरों को कहें अलविदा! बारिश के मौसम में घर पर अनाएं नीम के ये 5 जादुई उपाय, दादी-नानी भी करती थीं इस्तेमाल

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मानसून के दौरान मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां फैलती हैं. आधुनिक कीटनाशकों के मुकाबले नीम के पत्तों से मच्छर भगाने के पांच पुराने घरेलू नुस्खे कारगर साबित होते हैं.

मानसून और मच्छर का खास नाता है. जैसे-जैसे मानसून आगे बढ़ता है. वैसे-वैसे मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ने लगती है. मच्छरों के काटने से न सिर्फ खाज-खुजली की समस्या होती है, बल्कि डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों से जुझना भी पड़ता है. आधुनिक दौर में लोग कॉइल या लिक्विड का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन मच्छर भी इनके खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता बढ़ा लेते हैं. ऐसे में आज भी दादी-नानी के नुस्खे मच्छर भगाने में कारगर साबित होते है…जानिए वो पांच तरीके.

ये नीम की पत्तियों की धूनी जलाना सबसे प्राचीन तरीका है. इसमें आपको एक मिट्टी का बर्तन रखना चाहिए और धुआं करना चाहिए. अगर मिट्टी का बर्तन न हों, तो दूसरे बर्तन भी ले सकते हैं. इसके धुएं से मच्छर भाग जाते हैं.

ये नीम की पत्तियों की धूनी जलाना सबसे प्राचीन तरीका है. इसमें आपको एक मिट्टी का बर्तन रखना चाहिए और धुआं करना चाहिए. अगर मिट्टी का बर्तन न हों, तो दूसरे बर्तन भी ले सकते हैं. इसके धुएं से मच्छर भाग जाते हैं.

नीम के पत्तों का स्प्रे भी तैयार किया जा सकता है. इससे आसानी से मच्छर भाग जाते हैं. इसके लिए आपको नीम की पत्तियां लेनी है. इसे पानी में मिलाकर उबाल ले. पानी भी तब तक उबाले जब तक इसका रंग न बदल जाए. अब इसे लिक्विड को स्प्रे बोतल में भरकर घर के कोनों और पर्दे सहित उन स्थानों पर स्प्रे करें जहां पर ज्यादा मच्छर दिखते हैं. इसकी गंध से मच्छर भाग जाते हैं.

नीम के पत्तों का स्प्रे भी तैयार किया जा सकता है. इससे आसानी से मच्छर भाग जाते हैं. इसके लिए आपको नीम की पत्तियां लेनी है. इसे पानी में मिलाकर उबाल ले. पानी भी तब तक उबाले जब तक इसका रंग न बदल जाए. अब इसे लिक्विड को स्प्रे बोतल में भरकर घर के कोनों और पर्दे सहित उन स्थानों पर स्प्रे करें जहां पर ज्यादा मच्छर दिखते हैं. इसकी गंध से मच्छर भाग जाते हैं.

मच्छर भगाने के लिए नीम की पत्तियों का घोल बनाया था. इसका इस्तेमाल कर आप पोछा भी लगा सकते हैं. इसे पोछा लगाने वाले पानी में थोड़ी मात्रा में मिला ले. इससे ये होता है कि मच्छर का लार्वा और एग अगर फर्श पर हो तो वह नष्ट हो जाता है.

मच्छर भगाने के लिए नीम की पत्तियों का घोल बनाया था. इसका इस्तेमाल कर आप पोछा भी लगा सकते हैं. इसे पोछा लगाने वाले पानी में थोड़ी मात्रा में मिला ले. इससे ये होता है कि मच्छर का लार्वा और एग अगर फर्श पर हो तो वह नष्ट हो जाता है.

नीम का लेप तैयार करने के लिए आपको नीम के पेड़ की ताजी पत्तियां तोड़ लेनी है. इसके बाद उसे अच्छी तरह मिक्सर ग्राइंडर या सिलबट्टे पर पीस लेना है. इस पेस्ट को नारियल तेल मिलाकर हाथ, पैर और गर्दन पर लगा ले. इसकी गंध से मच्छर दूर भाग जाएंगे.

नीम का लेप तैयार करने के लिए आपको नीम के पेड़ की ताजी पत्तियां तोड़ लेनी है. इसके बाद उसे अच्छी तरह मिक्सर ग्राइंडर या सिलबट्टे पर पीस लेना है. इस पेस्ट को नारियल तेल मिलाकर हाथ, पैर और गर्दन पर लगा ले. इसकी गंध से मच्छर दूर भाग जाएंगे.

नीम की पत्तियों का सीधे इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इसके लिए आप खिड़कियों, दरवाजों पर रख सकते हैं. और खास तौर से बाथरूम की खिड़की पर रखें. इसकी गंध से मच्छर दूर भाग जाएंगे.

नीम की पत्तियों का सीधे इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इसके लिए आप खिड़कियों, दरवाजों पर रख सकते हैं. और खास तौर से बाथरूम की खिड़की पर रखें. इसकी गंध से मच्छर दूर भाग जाएंगे.

इन नुस्खों का इस्तेमाल करते वक्त आपको अपना ध्यान जरूर रखना है. अगर नीम के स्प्रे या धुआं ज्यादा हुआ तो आपको भी नुकसान हो सकता है. वहीं, बच्चों को नीम से बने स्प्रे और धुएं से जरूर दूर रखना है.

नुस्खे इस्तेमाल करते वक्त रखे ये सावधानियां<br />इन नुस्खों का इस्तेमाल करते वक्त आपको अपना ध्यान जरूर रखना है. अगर नीम के स्प्रे या धुआं ज्यादा हुआ तो आपको भी नुकसान हो सकता है. वहीं, बच्चों को नीम से बने स्प्रे और धुएं से जरूर दूर रखना है.

मच्छरों के काटने से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जिनमें मलेरिया, डेंगू, जीका वायरस, चिकनगुनिया और जापानी इंसेफेलाइटिस प्रमुख हैं. इन बीमारियों के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और मस्तिष्क की सूजन शामिल हो सकते हैं. मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग, मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का उपयोग, साफ-सफाई रखें और पानी जमा न होने देना जैसे उपाय अपनाए जा सकते हैं.

मच्छरों के काटने से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जिनमें मलेरिया, डेंगू, जीका वायरस, चिकनगुनिया और जापानी इंसेफेलाइटिस प्रमुख हैं. इन बीमारियों के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और मस्तिष्क की सूजन शामिल हो सकते हैं. मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का उपयोग, मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का उपयोग, साफ-सफाई रखें और पानी जमा न होने देना जैसे उपाय अपनाए जा सकते हैं.

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