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Jalor News Hindi: सावन की तीज पर सुहागिनों के व्रत में भुने चने, देसी शक्कर, घी और सूखे मेवों से बनी खास मिठाई का विशेष महत्व है. यह पारंपरिक व्यंजन व्रत को पूर्णता देता है और स्वाद के साथ सेहत भी बढ़ाता है. इस…और पढ़ें
धार्मिक परंपरा के अनुसार, तीज के व्रत में एक खास मिठाई का महत्व सबसे अधिक है. भुने चने, देसी शक्कर, घी और सूखे मेवों से बनने वाली यह मिठाई व्रत खोलने से पहले तीज माता को अर्पित की जाती है. मान्यता है कि इस प्रसाद को श्रद्धा से चढ़ाने पर वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि आती है और दांपत्य बंधन मजबूत होता है. यही वजह है कि पीढ़ियों से यह परंपरा आज भी उतनी ही श्रद्धा के साथ निभाई जा रही है.
नोट करें रेसिपी
सबसे पहले भुने हुए चनों को बारीक पीसकर आटा जैसा बना लें। इसमें देसी शक्कर मिलाएं और फिर पिघला हुआ देसी घी डालें. अच्छे से मिलाकर इसमें बारीक कटे काजू, बादाम और इलायची पाउडर डालें. सभी सामग्री को अच्छे से गूंथ लें. अब इसे थाली में फैलाकर सेट होने दें और मनचाहे आकार में काट लें. कुछ जगहों पर इसे पान या बेलपत्र में भरकर भी अर्पित किया जाता है, जो देखने में सुंदर और खाने में लाजवाब लगता है.
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