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Kesar Kheti: ठंड के इस मौसम में अब कश्मीर का मशहूर केसर आप अपने घर की छत या बालकनी में भी उगा सकते हैं. इसके लिए खेत या बड़ी ज़मीन की जरूरत नहीं, बस थोड़ी ठंडी जलवायु और सही तरीका अपनाना जरूरी है. जानिए कैसे गमले या कंटेनर में आसानी से उगा सकते हैं शुद्ध और सुगंधित केसर…
अब केसर के लिए कश्मीर जाने की जरूरत नहीं, क्योंकि ठंड के इस मौसम में आप अपने घर की बालकनी या छत पर भी असली केसर उगा सकते हैं. खेत की जरूरत नहीं, बस थोड़ी जगह और सही तरीका अपनाकर आप भी शुद्ध केसर अपने घर में तैयार कर सकते हैं.

सर्दियों में जब तापमान 10 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, तब केसर की खेती सबसे सफल होती है. विशेषज्ञों के अनुसार, अक्टूबर से नवंबर तक का समय इसके बल्ब (Corm) लगाने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है.इस दौरान आप गमले, कंटेनर या ग्रो बैग में इसे लगा सकते हैं.

केसर के पौधे को हल्की, भुरभुरी और जल निकासी वाली मिट्टी पसंद होती है. इसके लिए 40% बागवानी मिट्टी, 30% वर्मीकम्पोस्ट और 30% बालू का मिश्रण तैयार करें. यह पौधे को नमी के साथ पोषण भी देता है. कंटेनर चुनते समय ध्यान रखें कि नीचे ड्रेनेज होल जरूर हों ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके और बल्ब सड़े नहीं.

केसर के बल्ब को करीब 2 इंच गहराई में लगाएं और उनका नुकीला सिरा ऊपर रखें. बल्बों के बीच थोड़ी दूरी रखें ताकि जड़ों को फैलने की जगह मिले. हल्का पानी छिड़कें और गमले को ऐसी जगह रखें जहां सुबह की हल्की धूप आती हो. ध्यान रखें, अधिक नमी से बल्ब सड़ सकते हैं, इसलिए मिट्टी सूखने पर ही पानी दें.

केसर ठंडे और शुष्क माहौल में अच्छा बढ़ता है. तेज धूप या अधिक आर्द्रता इसकी वृद्धि रोक सकती है. सर्दियों में सप्ताह में दो बार पानी देना पर्याप्त होता है. पौधे को ऐसी जगह रखें जहां हवा का उचित प्रवाह हो और सीधी तेज धूप न पड़े. विशेषज्ञ मानते हैं कि सुबह की 2-3 घंटे की धूप केसर के फूलों को बेहतर रंग देती है.

बल्ब लगाने के लगभग 10-15 दिन बाद अंकुर निकलने लगते हैं और 40-50 दिन में बैंगनी रंग के खूबसूरत फूल खिल जाते हैं. हर फूल के बीच तीन लाल या नारंगी रंग के पतले रेशे होते हैं. यही असली केसर है. इन्हें सुबह के समय सावधानी से तोड़ें और छांव में सुखा लें. एक फूल से करीब 7-8 मिलीग्राम केसर निकलता है.

सूखने के बाद केसर को कांच की डिब्बी में रख दें, ताकि उसकी खुशबू और रंग बरकरार रहे. घर में उगाया गया यह केसर बाजार के मुकाबले कहीं ज्यादा शुद्ध और प्राकृतिक होता है. इसका उपयोग दूध, मिठाई या पूजा में किया जा सकता है. ठंड के इस मौसम में थोड़ी मेहनत कर आप भी कश्मीर की खुशबू अपने घर तक ला सकते हैं.
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