फिटनेस एक्सपर्ट्स की मानें तो ट्रेडमिल पर एक कंट्रोल्ड वातावरण में दौड़ लगाई जा सकती है. यहां आपको मौसम, रास्ता और अन्य बाहरी फैक्टर्स की चिंता नहीं होती है. यह आपके रूटीन को सही बनाए रखने में मदद करता है. खासकर जब मौसम खराब हो या आप रात को दौड़ने का मन बना रहे हों, तो ट्रेडमिल बढ़िया ऑप्शन है. ट्रेडमिल पर दौड़ते समय आप अपनी स्पीड, इंटेन्सिटी और अंगूठे के दबाव को मॉनिटर कर सकते हैं, जिससे आपके वर्कआउट को ज्यादा असरदार बनाया जा सकता है. ट्रेडमिल पर दौड़ने से जोड़ों पर कम दबाव पड़ता है. यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिन्हें जोड़ों की समस्या है.
अब सवाल है कि ट्रेडमिल पर रनिंग करना ज्यादा फायदेमंद है या बाहर दौड़ लगाना? एक्सपर्ट्स की मानें तो ट्रेडमिल पर आप आसानी से अपनी दौड़ की स्पीड और समय को कंट्रोल कर सकते हैं. आप अपने लक्ष्य के हिसाब से धीरे-धीरे स्पीड बढ़ा सकते हैं या अपनी टेम्पो सेट कर सकते हैं. वहीं बाहर दौड़ते समय स्पीड बाहरी परिस्थितियां जैसे- हवा की गति, ऊंचाई और रास्ता का ध्यान रखना पड़ता है. यह आपके लिए चुनौतीपूर्ण होता है और ज्यादा शारीरिक असर डालता है. इससे आपकी मांसपेशियों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. यह शारीरिक फिटनेस को और बेहतर बना सकता है, लेकिन चोट का खतरा भी बढ़ सकता है.
कुल मिलाकर ट्रेडमिल पर रनिंग करना या बाहर जाकर दौड़ना दोनों ही सेहत के लिए फायदेमंद हैं. आप इनमें से कौन सा ऑप्शन चुनेंगे, यह आपकी प्रायोरिटी और फिटनेस गोल्स पर निर्भर करता है. अगर आप एक स्थिर और कंट्रोल्ड वर्कआउट पसंद करते हैं, तो ट्रेडमिल बेहतर हो सकता है. अगर आप प्राकृतिक वातावरण का आनंद लेते हुए ज्यादा चुनौतीपूर्ण वर्कआउट चाहते हैं, तो बाहर दौड़ना आपके लिए अच्छा विकल्प हो सकता है. सबसे बेहतर तो यही होगा कि आप दोनों के फायदे एक साथ उठाएं. कुछ दिन ट्रेडमिल पर दौड़ें और कुछ दिन बाहर, ताकि आप शारीरिक और मानसिक रूप से लाभ उठा सकें.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)