ऋषिकेश आए हैं और लेना चाहते हैं पहाड़ी खाने का टेस्ट, तो ये रेस्टोरेंट पूरा करेगा आपकी तलाश..नोट करें लोकेशन

ऋषिकेश: ऋषिकेश, उत्तराखंड का एक पावन तीर्थ स्थल और विश्व प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र है, जो गंगा की निर्मल धारा और हिमालय की गोद में बसा हुआ है. यहां आने वाले लोग सिर्फ धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव के लिए ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और स्थानीय संस्कृति का आनंद लेने के लिए भी आते हैं. लेकिन अगर बात की जाए खाने-पीने की, तो ऋषिकेश में आपको दुनिया भर के व्यंजन तो मिल जाएंगे, पर असली पहाड़ी स्वाद का अनुभव कराना कुछ ही जगहों का मकसद है. इन्हीं खास जगहों में से एक है ‘माई उत्तराखंड एक्सपीरियंस रेस्टोरेंट’, जो अपने अनोखे और प्रामाणिक पहाड़ी व्यंजनों के लिए जाना जाता है.

ऋषिकेश में यहां मिलेगा पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद

लोकल 18 के साथ बातचीत के दौरान इस रेस्टोरेंट की मालकिन गरिमा ने कहा कि उनका उद्देश्य था उत्तराखंड की पारंपरिक भोजन संस्कृति को लोगों तक पहुंचाना. उन्होंने बताया कि जब वे ऋषिकेश आईं तो उन्हें यहां पहाड़ी व्यंजन खाने का मन था, लेकिन कुछ गिने-चुने व्यंजनों के अलावा उन्हें यह स्वाद कहीं नहीं मिला. इसी कमी को पूरा करने के लिए उन्होंने ‘माई उत्तराखंड एक्सपीरियंस रेस्टोरेंट’ खोला, ताकि यहां आने वाले पर्यटक और स्थानीय लोग असली पहाड़ी खानपान का आनंद ले सकें.

क्या है रेस्टोरेंट का मेन्यू

रेस्टोरेंट का मेन्यू इस तरह तैयार किया गया है कि यह उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों के पारंपरिक व्यंजनों को एक छत के नीचे लाता है. यहां परोसे जाने वाले गहत की दाल, झंगोरे की खीर, काफली, फाणु, और पहाड़ी शौर्रमा सिर्फ खाने में लाजवाब नहीं हैं, बल्कि पोषण से भरपूर भी हैं. सभी व्यंजन स्थानीय मसालों और जैविक सामग्रियों से तैयार किए जाते हैं, जिससे स्वाद में ताजगी और स्वास्थ्य दोनों का संगम मिलता है.

संस्कृति की पहचान भी है भोजन

रेस्टोरेंट का माहौल भी इसकी खासियतों में से एक है. यहां बैठकर खाना खाने का अनुभव आपको उत्तराखंड के गाँवों की याद दिला देगा. दीवारों पर पहाड़ी संस्कृति को दर्शाते चित्र और सजावट, साथ ही परोसे जाने वाले भोजन की प्रस्तुति, सब मिलकर यह एहसास कराते हैं कि आप सिर्फ खाना नहीं खा रहे, बल्कि उत्तराखंड की परंपरा और संस्कृति को महसूस कर रहे हैं.

गरिमा का मानना है कि भोजन सिर्फ पेट भरने का साधन नहीं, बल्कि एक संस्कृति की पहचान भी है. इसी सोच के साथ वे अपने रेस्टोरेंट में पारंपरिक तरीकों से पकाए गए व्यंजन परोसती हैं. यहां आने वाले पर्यटकों का कहना है कि इस रेस्टोरेंट में मिलने वाले व्यंजन न केवल स्वादिष्ट हैं, बल्कि शरीर के लिए लाभकारी भी हैं, क्योंकि इनमें प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग होता है और यह तेल-मसाले में हल्के होते हैं.

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