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Kitchen Vastu Dosh : बेतिया के आचार्य राधाकांत शास्त्री के अनुसार, रसोई में टूटे बर्तन और गंदे कपड़े रखने से दरिद्रता और नकारात्मकता आती है. रसोई में देवी अन्नपूर्णा का निवास होता है, इसलिए सफाई और सम्मान जरूरी है.
<strong>पश्चिम चंपारण: </strong> क्या आपको पता है कि किचन के साथ की गई लापरवाही आपके घर में दरिद्रता और नकारात्मकता का वास ला सकती है ? यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से आज हम आपको किचन से जुड़ी वास्तु की कुछ ऐसी जानकारी दे रहे हैं, जिसे अनदेखा करने से पूरे घर के वास्तु में भारी दोष आता है. जो दरिद्रता के साथ भारी नकारात्मकता की स्थिति को पैदा करता है.

क़रीब 30 सालों से ज्योतिषाचार्य की भूमिका निभा रहे बेतिया के आचार्य राधाकांत शास्त्री बताते हैं कि रसोई में टूटे बर्तन रखने से दरिद्रता का वास होता है. आप चाहे कुछ भी कर लें, जब तक रसोई से टूटे बर्तन, डब्बे, ग्लास और अन्य वस्तुओं को नहीं हटाएंगे, घर में नकारात्मकता और दरिद्रता की स्थिति बनी रहेगी.

यदि आप किचन में गंदे और झूठे बर्तन भी रखते हैं, तो इससे घर में बरकत नहीं आएगी. आप चाहे कितना भी कमा लें, घर में पैसों की तंगी और तरह तरह की बीमारियों का सिलसिला लगा ही रहेगा. इसलिए बेहतर है कि भोजन करने के साथ ही बर्तनों की अच्छी तरह से सफाई कर उन्हें रैक में सजा कर रख दिया जाए.

आचार्य बताते हैं कि मंदिर की तरह ही रसोई में भी देवी (मां अन्नपूर्णा ) का निवास होता है. इसलिए जूते चप्पल पहनकर कभी भी रसोई के अंदर नहीं जाना चाहिए. साथ ही अंदर गंदे कपड़ों को भी नहीं लटकाना चाहिए. इससे माता लक्ष्मी सहित मां अन्नपूर्णा का अपमान होता है.

आचार्य की मानें तो, रसोई में बासी और सड़ा हुआ भोजन भी नहीं रखना चाहिए. यह जितना हानिकारक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से होता है, उससे कहीं ज्यादा हानिकारक वास्तु और सकारात्मक ऊर्जा के दृष्टिकोण से भी होता है. ऐसा करने से घर में बरकत खत्म हो जाती है और बीमारियों की स्थिति बनी रहती है.