फिजिकल हेल्थ- शरीर सालों पहले देता हार्ट अटैक का इशारा: 12 संकेत न करें नजरअंदाज, थोड़ी सावधानी से टल सकता हार्ट अटैक का रिस्क

56 मिनट पहलेलेखक: गौरव तिवारी

  • कॉपी लिंक

दिल हमारे शरीर का इंजन है। यह दिन-रात बिना रुके काम करता है। यह हार्ट अटैक जैसी गंभीर समस्या से कई साल पहले ही शरीर छोटे-छोटे इशारे देने लगता है। ज्यादातर लोग इन्हें उम्र का असर या थकान समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। जब अटैक आता है तो सब चौंक जाते हैं।

JAMA कार्डियोलॉजी में पब्लिश हुई कार्डिया स्टडी के मुताबिक, दिल की बीमारी के संकेत लगभग 12 साल पहले से दिख सकते हैं। खासकर शारीरिक गतिविधि में कमी जैसे बदलाव धीरे-धीरे शुरू हो जाते हैं। यह गिरावट सिर्फ उम्र की वजह नहीं होती, बल्कि हार्ट की वेसल्स में ब्लॉकिंग का शुरुआती क्लू हो सकती है। स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों को बाद में दिल की समस्या हुई, उनकी एक्टिविटी 12 साल पहले से कम होने लगी और अटैक से 2 साल पहले यह बहुत तेज हो गई।

इसलिए ‘फिजिकल हेल्थ’ में आज दिल की सेहत की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-

  • हार्ट अटैक से कई साल पहले कौन से 12 संकेत दिख सकते हैं?
  • इन्हें साल-दर-साल टाइमलाइन में कैसे समझें?
  • एक्टिव रहना क्यों जरूरी है और हेल्दी हार्ट के लिए क्या टिप्स अपनाएं?

दिल की सेहत के लिए एक्टिव रहना कितना जरूरी?

दिल सिर्फ ब्लड पंप करने का काम नहीं करता। यह पूरे शरीर को ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाता है। अगर ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज या कमजोरी आ जाए तो पूरा सिस्टम प्रभावित होता है। कार्डिया स्टडी के मुताबिक, युवावस्था से मध्यम आयु तक शारीरिक गतिविधि धीरे-धीरे कम होती जाती है और फिर लगभग थम जाती है। हालांकि, जिन्हें कोई हार्ट डिजीज होती है, उनमें यह गिरावट ज्यादा पहले और तेज होती है।

एक्टिव रहने से दिल मजबूत होता है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और वजन नहीं बढ़ता। हफ्ते में कम-से-कम 150 मिनट मध्यम से तेज एक्टिविटीज, जैसे तेज चलना, साइकिल चलाना या तैरना जरूरी है। अगर हार्ट संबंधी कोई समस्या हो चुकी है तो डॉक्टर की सलाह से धीरे-धीरे शुरू करें। यह बचाव और इलाज दोनों के लिए सबसे अच्छा तरीका है।

हार्ट अटैक से सालों पहले दिखने वाले संकेत क्या हैं?

हार्ट अटैक अचानक नहीं आता। सालों पहले शरीर में छोटे-छोटे बदलाव दिखने लगते हैं। ये संकेत अगर समय पर समझ लिए जाएं तो डॉक्टर की मदद से बड़ा खतरा टाला जा सकता है। स्टडीज बताती हैं कि ये क्लू 10-12 साल पहले से शुरू हो सकते हैं। लेकिन ज्यादातर लोग इन्हें थकान या उम्र समझ लेते हैं। यहां 12 ऐसे संकेत हैं जो दिल की समस्या का इशारा दे सकते हैं।

इन संकेतों को साल-दर-साल कैसे समझें?

ये संकेत एक साथ नहीं आते। ये धीरे-धीरे सालों में विकसित होते हैं। कार्डिया स्टडी और अन्य रिसर्च के आधार पर एक अनुमानित टाइमलाइन बनाई जा सकती है। ध्यान रखें, यह हर व्यक्ति में अलग हो सकती है, लेकिन यह समझने में मदद करेगी कि कब सतर्क होना चाहिए।

हार्ट अटैक के शुरुआती संकेत नजरअंदाज करने पर क्या हो सकता है?

अगर इन शुरुआती इशारों को इग्नोर किया जाए तो दिल की नसें कमजोर होती जाती हैं। ब्लॉकेज बढ़ सकता है, जो हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण बनता है। स्टडीज के मुताबिक, समय पर चेकअप न करने से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी नहीं, बल्कि दिल की विफलता, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन अगर 3-5 साल पहले दिखे तो यह दिल की बीमारी का 50% जोखिम बढ़ा सकता है। नींद की समस्या से स्लीप एप्नीया हो सकती है, जो दिल पर बोझ डालती है। वजन बढ़ने से फैटी लिवर या मेटाबॉलिक सिंड्रोम हो सकता है। कुल मिलाकर, ये संकेत अगर पकड़े न जाएं तो हार्ट अटैक अचानक लगता है, लेकिन असल में सालों की लापरवाही का नतीजा होता है।

दिल से जुड़े कुछ कॉमन सवाल और उनके जवाब

सवाल: हार्ट अटैक के संकेत इतने साल पहले क्यों शुरू हो जाते हैं?

जवाब: दिल की समस्या रातोंरात नहीं आती। नसों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने या ब्लड प्रेशर बढ़ने से धीरे-धीरे शुरू होती है। CARDIA स्टडी बताती है कि युवावस्था से ही अगर एक्टिविटी कम हो तो 12 साल बाद समस्या बन सकती है। उम्र, खानपान, तनाव और फैमिली हिस्ट्री जैसे कारण इसे जल्दी शुरू कर सकते हैं। महिलाओं में मीनोपॉज के बाद जोखिम बढ़ता है, जबकि पुरुषों में ED जैसा संकेत पहले आ सकता है।

सवाल: अगर ये संकेत दिखें तो क्या करें?

जवाब: सबसे पहले डॉक्टर से मिलें। ब्लड टेस्ट, ECG या इको करवाएं। अगर रिपोर्ट में हल्की गड़बड़ी है तो दवा या लाइफस्टाइल चेंज से कंट्रोल किया जा सकता है। व्यायाम शुरू करें, लेकिन डॉक्टर की सलाह से। अगर इरेक्टाइल डिसफंक्शन या नींद की समस्या है तो स्पेशलिस्ट से बात करें, क्योंकि ये दिल से जुड़े हो सकते हैं।

सवाल: दिल की सेहत हेल्दी रखने के लिए क्या करें?

जवाब: दिल को मजबूत रखना मुश्किल नहीं है। कुछ आसान आदतें अपनाएं:

  • एक्टिव रहें: हफ्ते में 150 मिनट एक्सरसाइज करें। तेज चलना, योगा या साइकिलिंग अच्छे विकल्प हैं। अगर उम्र ज्यादा है तो धीरे शुरू करें।
  • हेल्दी खानपान: तेल-घी कम खाएं, फल-सब्जियां ज्यादा खाएं। नमक और चीनी कंट्रोल में रखें। दालें, नट्स और मछली दिल की सेहत के लिए अच्छे हैं।
  • वजन कंट्रोल: पेट की चर्बी कम करें। रोज वॉक से मदद मिलती है।
  • स्ट्रेस मैनेज करें: मेडिटेशन या हॉबी से तनाव कम होता है, जो दिल पर अच्छा असर डालता है।
  • पूरी नींद लें: रोज 7-8 घंटे सोएं। अगर खर्राटे हैं तो डॉक्टर दिखाएं।
  • धूम्रपान-शराब छोड़ें: ये दिल की नसों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं।
  • रूटीन चेकअप: हर साल BP, शुगर और कोलेस्ट्रॉल चेक करवाएं। अगर फैमिली हिस्ट्री है तो जल्दी शुरू करें।

ये टिप्स अपनाकर आप दिल को सालों तक स्वस्थ रख सकते हैं। याद रखें, छोटे संकेतों को नजरअंदाज न करें। जिंदगी की भागदौड़ में सेहत को प्राथमिकता दें, ताकि हार्ट हेल्दी रहे।

…………………….

फिजिकल हेल्थ की ये खबर भी पढ़िए

फिजिकल हेल्थ- कैसे जानें शरीर स्वस्थ है या नहीं: ये 11 हेल्थ मार्कर्स चेक करें, शुगर, बीपी, विटामिन D समेत रेगुलर कराएं ये टेस्ट

सेहतमंद रहने के लिए हमें अपने शरीर के कुछ जरूरी संकेतों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। हम अक्सर सोचते हैं कि अगर वजन ठीक है, तो सबकुछ ठीक है। हालांकि, पूरी सेहत का अंदाजा ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर कोलेस्ट्रॉल और दिल की धड़कन जैसे कई मार्कर्स से लगाया जाता है। पूरी खबर पढ़िए…

खबरें और भी हैं…

.

Source link

Share me..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *