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बरसात का मौसम जहां गर्मी से राहत देता है. वहीं कई तरह की बीमारियां भी साथ लेकर आता है. इन्हीं में से एक है आई फ्लू, जो इन दिनों उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों तक फैलने लगा है. अल्मोड़ा जिले के अस्पतालों में रोज़ाना …और पढ़ें
बढ़ सकता है फ्लू का खतरा
नेत्र सर्जन डॉक्टर जीवन सिंह ने बताया कि बरसात के मौसम में आई फ्लू के केस बढ़ने लगते हैं. जब से बरसात शुरू हुई है, तब से आई फ्लू के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है. इसमें हाथों की सही तरीके से सफाई नहीं रखने की वजह से लोगों का हाथ आंखों में चला जाता है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है. इसके अलावा, कई बार लोग बारिश में भीग जाते हैं, जिसकी वजह से भी आई फ्लू बढ़ जाता है. उन्होंने आगे बताया कि आंखों का लाल होना, पानी आना और दर्द आदि इसके सामान्य लक्षण हैं. अगर किसी को इस तरह की समस्या होती है तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल जाकर नेत्र विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए. कई बार लोग अपने मन से दवाइयां डालने लगते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह से दवा का इस्तेमाल करना खतरे को बढ़ा सकता है.
इन बातों का रखे ध्यान
डॉक्टर जीवन सिंह ने बताया कि यदि किसी को आई फ्लू हो जाता है तो वह डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवाइयों का इस्तेमाल करें और अपनी आंखों को छूने से बचें, क्योंकि इससे संक्रमण दूसरों में फैल सकता है. इसके अलावा समय-समय पर हाथों को साबुन से धोना बेहद जरूरी है ताकि संक्रमण और न फैले. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि बर्फ को एक साफ कपड़े में बांधकर आंखों पर हल्के से रखने से आई फ्लू की जलन और सूजन कम हो जाती है और मरीज जल्दी ठीक हो सकता है.