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Leptin’s Role in Diabetes: एक नई रिसर्च में पता चला है कि टाइप 1 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए सिर्फ इंसुलिन ही नहीं, बल्कि लेप्टिन हार्मोन भी बेहद असरदार हो सकता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि लेप्टिन के जरिए …और पढ़ें
हाइलाइट्स
- लेप्टिन हार्मोन टाइप 1 डायबिटीज में बेहद असरदार हो सकता है.
- लेप्टिन से ब्रेन को टारगेट कर ब्लड शुगर कंट्रोल किया जा सकता है.
- नई रिसर्च में लेप्टिन के जरिए इंसुलिन के बिना शुगर कंट्रोल संभव है.
इस रिसर्च को अब वैज्ञानिकों का समर्थन मिल रहा है. जब 2011 में यह खोज सामने आई थी, तो वैज्ञानिक समुदाय इसे गंभीरता से नहीं ले पाया. अब सालों बाद प्रकाशित हुई नई स्टडी और विश्लेषण के बाद यह बात मजबूत हो रही है कि ब्रेन टाइप 1 डायबिटीज के इलाज में बड़ी भूमिका निभा सकता है. डॉ. श्वार्ट्ज अब अमेरिकी FDA से ह्यूमन ट्रायल की अनुमति लेने की योजना बना रहे हैं, ताकि यह परखा जा सके कि क्या लेप्टिन इंसानों में भी वही असर दिखा सकता है.
104 साल पहले इंसुलिन की खोज एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी, लेकिन अब नई खोज एक नेक्स्ट स्टेप हो सकता है. अगर लेप्टिन द्वारा शुगर को कंट्रोल किया जा सके, तो मरीजों को रोज इंसुलिन इंजेक्शन और ब्लड शुगर मॉनिटरिंग से मुक्ति मिल सकती है. इस नई खोज के अनुसार अगर ब्रेन को यह समझाया जा सके कि शरीर में पर्याप्त ऊर्जा है या अगर मस्तिष्क की वे नसें बंद की जा सकें जो ग्लूकोज और कीटोन के उत्पादन को ट्रिगर करती हैं, तो DKA को रोका जा सकता है. यह समझ एक पारंपरिक सोच को चुनौती देती है कि टाइप 1 डायबिटीज सिर्फ इंसुलिन की कमी से होती है.
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें