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Satna News: एमपी के 8 जिलों में ग्रेटर पन्ना लैंडस्केप योजना के तहत 47,000 वर्ग किमी में नया जंगल बसाया जाएगा. सतना ने बाघों और गिद्धों की सुरक्षा के लिए 5 करोड़ की वार्षिक योजना भेजी है.
हाइलाइट्स
- एमपी के 8 जिलों में नया जंगल विकसित होगा
- सतना ने 5 करोड़ की वार्षिक योजना भेजी
- बाघ और गिद्धों के संरक्षण को प्राथमिकता
सतना का पांच करोड़ का वार्षिक प्रस्ताव
सतना वन विभाग ने इस योजना के तहत 2025-26 के लिए 5 करोड़ रुपये की वार्षिक कार्ययोजना का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा है. डीएफओ मयंक चांदीवाल ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि प्रस्ताव में विशेष रूप से बाघों, घड़ियाल और गिद्धों के संरक्षण को प्राथमिकता दी गई है. सतना के मझगवां क्षेत्र में बाघ और मैहर क्षेत्र में गिद्धों की उल्लेखनीय उपस्थिति है. वहीं, चित्रकूट वन मंडल में भी इन दोनों प्रजातियों की पर्याप्त संख्या दर्ज की गई है.
सतना जिले की कार्ययोजना में वॉच टावर, कैमरा ट्रैप, जल स्रोत निर्माण, घास के मैदान विकसित करने, गश्ती व्यवस्था को मजबूत करने और शिकार रोकथाम जैसे अनेक उपाय शामिल हैं. इसके अलावा हैबिटेट इम्प्रूवमेंट के अंतर्गत वीड रिमूवर और चरागाह विकास जैसे कार्य भी प्रस्तावित किए गए हैं जिससे वन्यजीवों को बेहतर आवास मिल सके और उनकी संख्या में वृद्धि हो सके.
सरभंगा कंजर्वेशन रिजर्व का प्रस्ताव भी प्रक्रियाधीन
सतना वन विभाग ने सरभंगा क्षेत्र को कंजर्वेशन रिजर्व घोषित करने का प्रस्ताव भी तैयार किया है. अक्टूबर तक ग्राम सभा से इसकी मंजूरी मिलने की संभावना जताई जा रही है. यह कंजर्वेशन रिजर्व बाघ और गिद्धों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल बन सकता है.
भोपाल में 7 अगस्त को होगी महत्वपूर्ण बैठक
वहीं डीएफओ ने बताया की ग्रेटर पन्ना लैंडस्केप योजना को अंतिम रूप देने के लिए 7 अगस्त को भोपाल में सभी आठों जिलों के डीएफओ की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में योजना के विभिन्न पहलुओं पर विमर्श कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. योजना का उद्देश्य न सिर्फ वन्यजीवों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाना है बल्कि इससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा.
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