न पैसा, न कोई सहारा, फिर भी इस शख्‍स ने ₹2,349 करोड़ की कंपनी?

नई दिल्ली. तमिलनाडु के इरोड जिले से निकलकर देशभर में अपनी खास पहचान बनाने वाली मिल्‍की मिस्‍टी डेयरी अब शेयर बाजार में दस्‍तक देने जा रही है. कंपनी ₹2,035 करोड़ का IPO ला रही है. कंपनी की 55 एकड़ में फैली फैक्‍टरी में हर रोज 15 लाख लीटर दूध प्रोसेस होता है. वित्त वर्ष 2023-24 में ऑपरेशनल इनकम ₹2,349.5 करोड़ रही. आज अमूल, ब्रिटानिया और नेस्‍ले जैसी कंपनियों को दक्षिण भारत में टक्‍कर दे रही मिल्‍की मिस्‍टी डेयरी को खड़ा किया है टी.सतीश कुमार ने. खास बात यह है कि सतीश कुमार कोई चांदी का चम्‍मच मुंह में लेकर पैदा नहीं हुए. एक साधारण परिवार में जन्‍में सतीश ने अपनी मेहनत और सूझबूझ से अपने परिवार के छोटे से  दूध कारोबार को करोड़ों रुपये के बिजनेस में बदल दिया है. वो भी बिना डिग्री, बिना ग्लैमर और बिना किसी बड़े निवेश के.

तमिलनाडु के इरोड के रहने वाले टी सतीश को सिर्फ 16 साल की उम्र में ही पढाई छोड़कर अपने परिवार के दूध के बिजनेस को संभालना पड़ा. वे दूध सप्‍लाई रने लगे. लेकिन उन्होंने जल्दी ही समझ लिया कि केवल दूध बेचने से काम नहीं चलने वाला क्‍योंकि इसमें मार्जिन कम था और मेहनत ज्‍यादा. उन्होंने दूध से आगे बढ़कर पनीर, दही, घी, लस्सी और आइसक्रीम जैसे वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स बनाने पर फोकस किया.

किसानों से जुड़ाव है सफलता का राज

सतीश ने किसानों के साथ खास रिश्‍ता बनाया ताकि उन्‍हें क्‍वालिटी वाला दूध मिलता रहे. आज Milky Mist देश के 67,000 से ज्यादा डेयरी किसानों से सीधे दूध खरीदती है. खास बात यह है कि किसानों के साथ कोई कानूनी अनुबंध नहीं है, फिर भी कंपनी उन्हें मुफ्त वेटनरी केयर, सब्सिडी वाला चारा और समय पर पेमेंट देती है. इसी से कंपनी और दूग्‍ध उत्‍पादक किसानों के बीच एक खास रिश्‍ता बन गया है.

Milky Mist की असली ताकत उसका जबरदस्त कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर भी है. आज कंपनी के पास 15,000 से अधिक चिलर्स, 2,000+ डिस्ट्रीब्यूटर, और 250 से ज्यादा रेफ्रिजरेटेड ट्रक हैं. कंपनी का मुख्य प्लांट तमिलनाडु के पेरुंदुरई में है, जो 55 एकड़ में फैला हुआ है और रोजाना 15 लाख लीटर दूध प्रोसेस करने की क्षमता रखता है.

जबरदस्त ग्रोथ, शानदार मुनाफा

वित्त वर्ष 2023-24 में ऑपरेशनल इनकम ₹2,349.5 करोड़ रही, जो पिछले साल के मुकाबले 29% ज्यादा है. वहीं कंपनी का नेट प्रॉफिट 137% बढ़कर ₹46 करोड़ हो गया. कंपनी की EBITDA मार्जिन 13.2% रही, जो FMCG इंडस्ट्री की बड़ी कंपनियों की तरह है. दिलचस्प बात यह है कि कंपनी की 75% कमाई पनीर और दही जैसे आम प्रोडक्ट्स से होती है, न कि हाई-प्राइस लग्ज़री प्रोडक्ट्स से.

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