1. टिशू पेपर या किचन रोल का इस्तेमाल
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, धनिया आदि बारिश में सबसे जल्दी खराब होती हैं. इन्हें धोने के बाद हल्का सुखाकर टिशू पेपर या किचन रोल में लपेटकर रखें. इससे अतिरिक्त नमी सोख ली जाएगी और सब्जियां कई दिनों तक ताजी रहेंगी. चाहें तो इन्हें एयरटाइट कंटेनर में भी रखा जा सकता है.
बरसात में फलों पर बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं. इससे बचने के लिए गुनगुने पानी में एक ढक्कन सिरका या कुछ बूंद नींबू का रस मिलाकर फल दस मिनट के लिए भिगो दें. फिर इन्हें साफ पानी से धोकर पोंछ लें. इस तरीके से फल ज्यादा समय तक सुरक्षित रहते हैं और खाने में भी सुरक्षित माने जाते हैं.
3. ठंडी और हवादार जगह पर रखें
कुछ चीजें जैसे आलू, प्याज, सेब या नाशपाती को फ्रिज में नहीं, बल्कि ठंडी और हवादार जगह पर रखना बेहतर होता है. इन्हें टोकरी या नेट वाले बैग में स्टोर करें, ताकि इनमें हवा आसानी से आती-जाती रहे. ध्यान रहे कि आलू और सेब को साथ में रखें तो आलू जल्दी अंकुरित नहीं होंगे.
खीरा, गाजर, मूली या चुकंदर जैसी सब्जियों को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए इन्हें हल्के गीले कपड़े में लपेटकर फ्रिज में रखें. इस तरीके से इनकी नमी संतुलित रहती है और ये जल्दी सूखती या गलती नहीं हैं. दो-दो दिन बाद कपड़े को बदलना न भूलें.
5. केले को प्लास्टिक रैपर से ढकें
केला ऐसा फल है, जो जल्दी पककर काला हो जाता है. इसका कारण इसमें निकलने वाली एथलीन गैस है. इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए केले के ऊपरी हिस्से को प्लास्टिक रैपर से ढक दें. इससे इसका पकना धीमा हो जाएगा और ये ज्यादा दिनों तक खाए जा सकेंगे.
प्याज और लहसुन को कभी भी प्लास्टिक बैग में न रखें. बारिश में यह जल्दी अंकुरित हो जाते हैं. इन्हें हमेशा बांस की टोकरी या जालीदार डिब्बे में रखें, ताकि इन्हें पर्याप्त हवा मिलती रहे. इस तरीके से यह कई हफ्तों तक खराब नहीं होते.
7. सब्जियों को अच्छी तरह सुखाकर रखें
अक्सर लोग सब्जियां धोकर सीधे फ्रिज में रख देते हैं. ऐसा करने से नमी बंद हो जाती है और सड़न जल्दी शुरू हो जाती है. बेहतर है कि धोने के बाद इन्हें कपड़े पर फैला कर सुखा लें और फिर स्टोर करें.
8. छोटी मात्रा में खरीदें और बार-बार इस्तेमाल करें
हालांकि, स्टोर करने के उपाय मददगार होते हैं. फिर भी कोशिश करें कि बरसात में एक बार में बहुत ज्यादा फल-सब्जियां न खरीदें. थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खरीदना और नियमित इस्तेमाल करना ज्यादा सुरक्षित रहता है.
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