26 मिनट पहलेलेखक: शिवाकान्त शुक्ल
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नमक एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जिसके बिना भोजन का स्वाद अधूरा लगता है। जैसे इसकी कमी खाने को फीका बना देती है, वैसे ही इसकी अधिकता भी स्वाद और सेहत दोनों बिगाड़ सकती है। यानी बेहतर स्वाद और अच्छी सेहत दोनों के लिए नमक का संतुलन बेहद जरूरी है।
हमारे घरों में आमतौर पर आयोडीन युक्त सफेद नमक का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा सेंधा नमक और काला नमक भी कभी-कभार खाए जाते हैं। सेंधा नमक को सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इसे अंग्रेजी में ‘रॉक सॉल्ट’ कहा जाता है और यह अक्सर व्रत में इस्तेमाल किया जाता है।
सेंधा नमक एक प्राकृतिक, अनप्रोसेस्ड नमक है, जिसमें कई जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं। यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखने, पाचन सुधारने और एनर्जी लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है। हालांकि इसका ज्यादा सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। इसलिए नमक चाहे कोई भी हो, मात्रा का संतुलन सबसे जरूरी है।
तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात सेंधा नमक की। साथ ही जानेंगे कि-
- सेंधा नमक सेहत के लिए कितना फायदेमंद है?
- क्या इसे रोजाना अपने खाने में शामिल कर सकते हैं?
एक्सपर्ट: डॉ. पूनम तिवारी, सीनियर डाइटीशियन, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ
सवाल- खाने में कितनी तरह के नमक का इस्तेमाल किया जाता है?
जवाब- खाने के लिए आमतौर पर तीन तरह के नमक का इस्तेमाल किया जाता है।
सफेद नमक (टेबल सॉल्ट)
यह सफेद रंग का नमक होता है, जिसमें आयोडीन मिलाया जाता है। हालांकि इसमें नेचुरल मिनरल्स की मात्रा बहुत कम होती है।
सेंधा नमक (रॉक सॉल्ट)
यह एक प्राकृतिक और अनप्रोसेस्ड नमक है, जो पहाड़ों की चट्टानों से प्राप्त होता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं। इसका एक प्रकार पिंक हिमालयन सॉल्ट है, जो हल्का गुलाबी रंग का होता है और मिनरल्स से भरपूर होता है।
काला नमक
यह गहरे भूरे या काले रंग का नमक होता है, जिसमें खास गंध और स्वाद होता है। इसमें सल्फर कंपाउंड्स मौजूद होते हैं, जो पाचन को बेहतर बनाने और गैस या एसिडिटी से राहत देने में मदद करते हैं।
सवाल- सेंधा नमक में कौन-कौन से न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं?
जवाब- लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की सीनियर डाइटीशियन डॉ. पूनम तिवारी बताती हैं कि सेंधा नमक में लगभग 85% सोडियम क्लोराइड होता है। बाकी 15% में लगभग 84 प्रकार के न्यूट्रिएंट्स होते हैं। इनमें आयरन कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, सेलेनियम जैसे मिनरल्स शामिल हैं। ये मिनरल्स शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। जबकि सफेद नमक में 97% सोडियम क्लोराइड होता है। बाकी 3% अन्य तत्व रिफाइनिंग के दौरान मिलाए जाते हैं। आयोडीन इसका मुख्य इंग्रीडिएंट है।

सवाल- सेंधा नमक कहां पाया जाता है?
जवाब- सेंधा नमक हिमालय की चट्टानों में पाया जाता है। यह हिमालय में मिलने वाले पिंक पत्थरों को पीसकर तैयार किया जाता है। इसके अलावा सेंधा नमक पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की ‘नमक कोह’ (सॉल्ट रेंज) पहाड़ियों में भी पाया जाता है। इस पर्वत श्रृंखला में दुनिया की सबसे बड़ी नमक खानों में से एक ‘खेवड़ा नमक खान’ स्थित है, जो खेवड़ा क्षेत्र में है और यहां से भारी मात्रा में सेंधा नमक निकाला जाता है।
सवाल- सेंधा नमक सेहत के लिए कितना फायदेमंद है?
जवाब- सेंधा नमक खाने में मौजूद न्यूट्रिएंट्स को पचाने और उन्हें एनर्जी में बदलने में मददगार है। यह पाचन तंत्र को हेल्दी बनाता है। सेंधा नमक सर्दी, जुकाम और गले में खराश में भी फायदेमंद है। नीचे दिए ग्राफिक से इसके अन्य फायदे समझिए-

सवाल- सेंधा नमक और सफेद नमक में क्या फर्क है?
जवाब- सेंधा नमक और रेगुलर खाए जाने वाले आयोडीन युक्त सफेद नमक में कई अंतर होते हैं। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए-

सवाल- क्या ज्यादा सेंधा नमक खाने से कोई नुकसान भी है?
जवाब- डॉ. पूनम तिवारी बताती हैं कि सेंधा नमक आम नमक की तुलना में मिनरल्स से भरपूर होता है, लेकिन इसका ज्यादा सेवन भी नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा सेंधा नमक लेने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, किडनी पर लोड पड़ता है और शरीर में वॉटर रिटेंशन यानी सूजन की समस्या हो सकती है।
साथ ही थायरॉइड मरीजों के लिए यह नमक फायदेमंद नहीं है क्योंकि इसमें आयोडीन की कमी होती है। इसलिए इसे सीमित मात्रा में डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह से ही इस्तेमाल करना बेहतर है।
सवाल- एक व्यक्ति को प्रतिदिन कितना नमक खाना चाहिए?
जवाब- वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, एक व्यक्ति को रोजाना 5 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए। यह मात्रा एक छोटे चम्मच के बराबर होती है। WHO की एक अन्य रिपोर्ट बताती है कि भारत समेत दुनियाभर में अधिकांश लोग रोजाना करीब 10 ग्राम नमक खा रहे हैं, जो कि जरूरत से कई गुना ज्यादा है।
सवाल- किन लोगों को सेंधा नमक का सेवन कम करना चाहिए?
जवाब- सेंधा नमक भले ही प्राकृतिक माना जाता है, लेकिन यह हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं है। हाई ब्लड प्रेशर, किडनी डिजीज या हार्ट प्रॉब्लम से पीडि़त लोगों को इसका सेवन सीमित मात्रा में या डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए-

सवाल- क्या खाने में ऊपर से सेंधा नमक डालकर खाना सही है?
जवाब- खाने में ऊपर से सेंधा नमक डालना स्वाद तो बढ़ा देता है, लेकिन यह सेहत के लिए सही तरीका नहीं है। ऐसा करने से नमक की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो जाती है, जिससे ब्लड प्रेशर और किडनी पर असर पड़ सकता है।
साथ ही पके हुए खाने पर नमक डालने से यह शरीर में सही तरह से घुलता नहीं, जिससे सोडियम असंतुलन का खतरा रहता है। बेहतर है कि खाना पकाते समय संतुलित मात्रा में नमक का इस्तेमाल करें ताकि स्वाद और सेहत दोनों का ध्यान रखा जा सके।
सवाल- क्या सफेद नमक की जगह सेंधा नमक खाना बेहतर है?
जवाब- सफेद नमक में आयोडीन मिला होता है। वहीं सेंधा नमक में आयोडीन नहीं होता है। ऐसे में सफेद नमक की जगह सेंधा नमक का रेगुलर इस्तेमाल करने से आयोडीन की कमी हो सकती है। आयोडीन एक जरूरी पोषक तत्व है, जो ग्रोथ और मेटाबॉलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए आयोडीन युक्त नमक को सेंधा नमक से पूरी तरह से बदलना एक अच्छा विचार नहीं है। इसे अल्टरनेट दिन में खाना बेहतर है।
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