मऊगंज पुलिस ने गुरुवार को नशीली कफ सिरप तस्करी में बनारस से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सुमित केसरी की दिसंबर में शादी होने वाली थी, लेकिन अब वह जेल की सलाखों के पीछे है।
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सुमित केसरी पहले केसरी मेडिकल स्टोर में काम करता था। वहां उसे नशीली कफ सिरप की मांग और सप्लाई चेन की जानकारी मिली। इसके बाद उसने वाराणसी के शिवदासपुर में ‘नीलकंठ इंटरप्राइजेज’ नाम से फर्म खोली। मेडिकल एजेंसी की आड़ में वह नशे की खेप सप्लाई करने लगा। उसका नेटवर्क रीवा, सीधी, सतना, शहडोल, सिंगरौली और मऊगंज तक फैला था।
इस नेटवर्क का पर्दाफाश 28 मार्च को हुआ था। मऊगंज पुलिस ने सीधी के कबड्डी खिलाड़ी अमित सिंह चौहान को 2160 सीसी कफ सिरप के साथ पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि यह खेप सुमित केसरी से मंगाई गई थी। इसके बाद मऊगंज थाने में NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।
पुलिस ने तीन महीने तक नजर रखी
पुलिस ने तीन महीने तक आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखी। फिर गुप्त सूचना पर वाराणसी जाकर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया कि तीन महीने में उसने ऑनलाइन ही 40 लाख रुपए का लेन-देन किया था। ऑफलाइन लेन-देन इससे भी अधिक हो सकता है।
फोन डाटा और जब्त बैच नंबर से पुष्टि हुई कि जब्त की गई कफ सिरप उसी की फर्म को भेजी गई थी। आरोपी केवल 10वीं पास है। फिर भी उसने ऐसा संगठित नेटवर्क तैयार किया था कि खुद तस्करों को भी उसका अड्डा पता नहीं होता था।
दिसंबर में होना थी शादी
जिस सुमित की शादी की तैयारियां दिसंबर के लिए चल रही थीं, वह अब सलाखों के पीछे है। ASP विक्रम सिंह ने बताया कि सुमित से पूछताछ में कई नए नाम सामने आए हैं और नेटवर्क के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है।
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