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यदि आप भी अपने गार्डन के लिए घर पर देसी खाद बनाना चाहते हैं, तो इसे कई तरीकों से तैयार किया जा सकता है. देसी खाद एक तो आप गाय के सड़े हुए गोबर से बना सकते हैं, और दूसरा रसोई में इस्तेमाल होने वाले सब्जियों के खराब छिलकों से. इन्हें गमले में डालते ही आपके पौधे हरे-भरे और तंदुरुस्त हो जाएंगे. आइए जानते है कैसे होती है तैयार…
फल-सब्जी के छिलकों को इकट्ठा करके एक बर्तन में जमा कीजिए. अब छिलकों की बराबर मात्रा में ही गोबर मिला लें और उससे दोगुना पानी मिलाकर किसी बर्तन में छांव वाली जगह पर रख दें. रोजाना एक डंडे की मदद से इसे 5 मिनट चलाते रहें. लगभग 10 दिनों में खाद तैयार हो जाएगा.

अगर गाय के गोबर का खाद बनाना चाहते हैं, तो करीब कूड़े के ढेर में पड़ा पुराना गोबर ले लें. गाय का पुराना सड़ा हुआ गोबर भी बहुत ताकतवर होता है और पौधों में जान डाल देता है.

कृषि वैज्ञानिक डॉ. दीपक मेहंदीरत्ता ने बताया कि गमलों के पौधों के लिए लिक्विड तैयार करने के लिए आपको सड़ी हुई गोबर की खाद की जरूरत होगी. इसे इस्तेमाल करने के एक दिन पहले पानी में भिगो दीजिए. अब अगले दिन छलनी से छानकर पानी और खाद को अलग-अलग कर लें. इस पानी को आप पौधों की जड़ों में डाल सकते हैं.

गोबर की लिक्विड खाद को आपको 15 दिन में एक बार इस्तेमाल करना चाहिए. साथ ही, गमले को ऐसी जगह रखें जहां उसे ठीक से धूप मिल सके. इसके कुछ दिनों में आपके गमलों के पौधों की ग्रोथ अच्छी हो जाएगी.

यदि आप अपने गमले की खाद को 15 दिन में बदलकर नई सड़ी हुई गोबर की खाद बनाकर डालते रहेंगे, तो आपके पौधों की ग्रोथ भी अच्छी होगी और पौधे हरे-भरे भी दिखेंगे.

अक्सर देखा जाता है कि सब्जियों के जो छिलके होते हैं, उन्हें खराब मानकर डस्टबिन में डाल दिया जाता है. लेकिन वही खराब छिलके अगर कई दिन तक रखे रहें, तो वे सड़ जाते हैं और उनमें से बदबू आने लगती है. लेकिन, यदि उन छिलकों को निचोड़कर उनके पानी को गमले में डाला जाए, तो पौधों की ग्रोथ बहुत अच्छी हो जाएगी.
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