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Tomato Farming: टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसका इस्तेमाल किचन में बनने वाली लगभग सभी डिशों में किया जाता है. बाजार में मिलने वाले टमाटरों को उगाने के लिए केमिकल वाले खाद का भी उपयोग किया जाता है, जिससे सेहत पर असर पड़ सकता है. ऐसे में आप इसे घर पर भी आसानी से उगा सकते हैं और बिना केमिकल के ताजा टमाटर का आनंद ले सकते हैं.
बाजार में मिलने वाले टमाटर अक्सर केमिकल के उपयोग से पकाए हुए होते हैं. ऐसे में इन सब्जियों का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.

केमिकल के उपयोग से पकाए गए टमाटर से छुटकारा पाने के लिए आप इसे घर की क्यारी या गमले में भी बेहद आसानी से उगा सकते हैं.

टमाटर उगाने का सबसे सही समय जुलाई से सितंबर के महीने माना जाता है. ऐसे में इसे गमले या क्यारी में लगाने के लिए सबसे पहले मिट्टी को सही तरह से तैयार करना आवश्यक होता है.

अगर आप इसे गमले में उगाना चाहते हैं तो गमले की गहराई कम से कम 12 से 14 इंच होना जरूरी है. इसके लिए प्लास्टिक, सेरामिक या मिट्टी का कोई भी गमला उपयोगी हो सकता है, बस उसके नीचे छेद होना जरूरी है.

मिट्टी को तैयार करने के लिए गमले में मिट्टी के साथ-साथ सूखा गोबर की खाद मिलाना पौधे के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है. नर्सरी से लिए हुए बीज को गमले की मिट्टी में 1 सेंटीमीटर अंदर तक बोना जरूरी है.

बीज की बुवाई के बाद समय-समय पर पानी डालना आवश्यक होता है. मिट्टी सूखने के बाद नमी बनाए रखना जरूरी है. पौधा बढ़ने के बाद इसे सहारे की आवश्यकता होती है ताकि फल आने के बाद पौधा झुके नहीं. इसके लिए आप गमले में पतली लकड़ी के सहारे पौधे को ऊपर उठा सकते हैं.

60 दिनों तक सही देखभाल करने के बाद पौधे में निकला फल पकने लगेगा. टमाटर में हल्की लालिमा आने के बाद जब फल नरम हो जाए, तो उसे तोड़ना सही होता है.

इस तरह आप अपने घर के गमले या क्यारी में बिना केमिकल वाले लाल टमाटर उगा सकते हैं और किचन में बने स्वादिष्ट पकवानों का आनंद ले सकते हैं.
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